उप्र लोकसेवा आयोग ने ऐसे भी अधिकारियों की ड्यूटी लगायी है, जो
भर्तियों की सीबीआइ जांच के घेरे में हैं। उन पर आरोप है कि पीसीएस परीक्षा
में अभ्यर्थियों के गलत चयन में अहम भूमिका निभाई। ‘दागियों’ को परीक्षा
कार्यो से दूर रखने की मांग पर विचार नहीं किया गया।
आयोग ने परीक्षा की
तैयारियां पूरी कर ली है, मेंस का इम्तिहान सोमवार से है। 1 कराने को
इलाहाबाद व लखनऊ जिला प्रशासन के इंतजाम के अलावा आयोग से पर्यवेक्षक तैनात
किए हैं। लिखित परीक्षा के बाद उत्तर पुस्तिकाओं को आयोग में लाकर
स्ट्रांग रूम में रखा जाएगा। इस प्रक्रिया में आयोग ने जिन अफसरों को
महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है उनमें वे भी शामिल हैं जिनके बारे में
सीबीआइ को जानकारी मिली है कि पीसीएस परीक्षा सहित अन्य प्रतियोगी
परीक्षाओं के गड़बड़ चयन में इनकी अहम भूमिका थी। सीबीआइ अधिकारी इनमें से
कुछ से पूछताछ भी कर चुके हैं।1 प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति ने आयोग से
कहा था कि सीबीआइ जांच में फंस रहे अधिकारियों की ड्यूटी इस परीक्षा में न
लगाई जाए। उधर, सचिव जगदीश ने कहा कि सीबीआइ ने प्राथमिकी में अभी किसी को
नामजद नहीं किया है। जब तब किसी को दोषी न ठहराया जाए तब तक उसे शासकीय
कार्य से हटाया नहीं जा सकता। बोले, पूरा आयोग ही जांच के दायरे में है।
परीक्षा होनी है व स्टाफ भी कम है।
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