लखनऊ : योगी सरकार मदरसों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करने के बाद अब
वहां डेस कोड अनिवार्य करने जा रही है। यानी अब छात्र कुर्ता-पायजामा पहनकर
मदरसों में पढ़ने नहीं जा सकेंगे। यहां के छात्र भी आम स्कूलों की तरह
पैंट-शर्ट पहनकर पढ़ाई करने जाएंगे।
हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि यहां के
छात्र किस रंग की ड्रेस पहनेंगे। सरकार शीघ्र ही इसके औपचारिक आदेश जारी
करेगी। 1मुस्लिम वक्फ एवं हज राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने मंगलवार को हज हाउस
में आयोजित एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से कहा कि मदरसों में भी जल्द
ड्रेस कोड लागू होगा। अभी यहां के छात्र कुर्ता-पायजामा ही पहनते हैं।
लोगों ने इसे ही मदरसों का डेस कोड समझ लिया है। ड्रेस कोड होने से यहां के
लड़कों में भी छात्र वाली भावना जागृत होगी। इससे उनमें आत्मविश्वास
बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि मदरसों में ऊंचे पायजामे के साथ कुर्ता पहन कर
छात्र आते हैं। इससे उनकी पहचान एक धर्म विशेष से होती है। मदरसे के
छात्रों के बीच इसे खत्म करना जरूरी है। मदरसों में नया ड्रेस कोड किस रंग
का होगा इसे लेकर अभी विचार चल रहा है। जल्द ही सरकार इस पर अंतिम निर्णय
करेगी। मंत्री ने कहा कि मदरसों को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रदेश सरकार
पहले ही एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू कर चुकी है। यहां धार्मिक शिक्षा के साथ
ही सामाजिक शिक्षा भी दी जाएगी।
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