टीईटी 2018 के लिए 115000 पंजीकरण,चौथे दिन ही 44 हजार ऑनलाइन

इलाहाबाद (जेएनएन)। उप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी यूपी टीईटी 2018 के लिए ऑनलाइन पंजीकरण और आवेदन की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है। प्रक्रिया शुरू होने के चौथे दिन ही पंजीकरण कराने वालों का
आंकड़ा बढ़कर एक लाख 15 हजार से अधिक हो गया है, वहीं करीब 44 हजार से अधिक ने आवेदन कर दिया है। शासन ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव के प्रस्ताव पर पहचानपत्र में भी विकल्प बढ़ा दिए हैं, इससे जो अभ्यर्थी अब तक दावेदारी नहीं कर पा रहे थे, उनका भी रास्ता आसान हो गया है।
बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों की दावेदारी 
ज्ञात हो कि बेसिक शिक्षा के अपर मुख्य सचिव डॉ. प्रभात कुमार ने टीईटी में मतदाता पहचानपत्र को भी शामिल करा दिया है। अभ्यर्थन के लिए पहचान पत्र की संख्या बढ़कर चार हो गई है। यह सुविधा होने से पहले ही पंजीकरण व आवेदन की प्रक्रिया काफी तेज रही है। हर दिन बड़ी संख्या में अभ्यर्थी दावेदारी कर रहे हैं। पंजीकरण व आवेदन की प्रक्रिया चार अक्टूबर तक चलेगी। इस बार टीईटी की प्राथमिक स्तर की परीक्षा में इस बार बीएड को शामिल किए जाने से दावेदारों की संख्या रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचने की उम्मीद है। ज्ञात हो कि अगली शिक्षक भर्ती की करीब 97 हजार पदों की लिखित परीक्षा दिसंबर माह में प्रस्तावित है।

कई जिलों ने नहीं भेजी अंक चिट 
परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव के कड़े निर्देश के बाद भी बीटीसी 2015 तृतीय सेमेस्टर की अंक चिट कई जिलों की डायटों ने नहीं भेजी है। इससे अभ्यर्थियों के बीटीसी 2015 चतुर्थ सेमेस्टर के लिए परीक्षा फार्म भरवाने में समस्या हो रही है। सचिव ने आजमगढ़, सहारनपुर, गाजीपुर, इलाहाबाद, मऊ, मथुरा, बरेली, गाजियाबाद, मैनपुरी, अलीगढ़, हाथरस, मुरादाबाद, मेरठ, फैजाबाद, एटा, फीरोजाबाद, सोनभद्र, महोबा, उन्नाव, मेरठ, हरदोई, कानपुर नगर, बस्ती, फतेहपुर, रामपुर जालौन, बिजनौर व शाहजहांपुर के डायट प्राचार्यों को निर्देश दिया है कि वे अंक चिट 22 सितंबर तक तय फार्मेट पर उपलब्ध कराएं। अन्यथा परीक्षा फार्म न भरने पर उन्हीं का उत्तरदायित्व होगा।

जिलों को भेजा स्क्रूटनी का आवेदनपत्र 

बीटीसी 2014 प्रथम, द्वितीय व तृतीय सेमेस्टर के वे प्रशिक्षु जो कॉपियों की स्क्रूटनी कराना चाहते हैं के लिए सादे आवेदनपत्र डायट मुख्यालयों को परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की ओर से भेजे गए हैं। निर्देश है कि परीक्षाफल घोषित होने के एक माह के अंदर इन्हें भरवाकर संस्थान में जमा करा दें।