68500 शिक्षक भर्ती : लिखित कॉपियों से छेड़छाड़, कानूनी कार्रवाई का आधार, शासन की ओर से गठित उच्च स्तरीय समिति पूरा कर चुकी है जांच, अफसर रिपोर्ट देने की अंतिम रूप से कर रहे तैयारी

68500 शिक्षक भर्ती : लिखित कॉपियों से छेड़छाड़, कानूनी कार्रवाई का आधार, शासन की ओर से गठित उच्च स्तरीय समिति पूरा कर चुकी है जांच, अफसर रिपोर्ट देने की अंतिम रूप से कर रहे तैयारी
परिषदीय स्कूलों की 68500 सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा में अंकों की हेराफेरी का मामला खुल चुका है। अफसर इसे मानवीय भूल बताकर संबंधित एजेंसी को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। लेकिन, कई ऐसी कॉपियां सामने आई हैं, जिनमें प्रश्नों के जवाब अलग राइटिंग में लिखे गए हैं। अभ्यर्थियों का आरोप है कि संबंधित को फेल या पास करने के लिए ये जानबूझकर किया गया है। यह शिकायत आला अफसरों तक पहुंची तो उसे गंभीरता से लिया गया है।
शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में हुई गड़बड़ियों की जांच शासन की ओर से गठित उच्च स्तरीय समिति पूरा कर चुकी है। अफसर रिपोर्ट को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। कहा जा रहा है इसमें लिखित परीक्षा के साथ ही आगामी भर्तियों को लेकर विस्तृत टिप्पणियां होंगी। इसी बीच अपर मुख्य सचिव डॉ. प्रभात कुमार ने भी संकेत दिया है कि वह दोषी किसी अफसर को छोड़ेंगे नहीं।

उन्होंने यहां तक कहा कि दोष साबित होने पर कानूनी कार्रवाई से भी परहेज नहीं करेंगे। लिखित परीक्षा से जुड़े अफसर इस बयान के निहितार्थ खोज रहे हैं। चर्चा है कि रिजल्ट में फेल व कॉपी पर उत्तीर्ण होने को मानवीय भूल मान लिया जाए, तब भी कॉपियों में हुई छेड़छाड़ कुछ और ही कहानी कह रही है। अभ्यर्थियों ने सोनिका देवी की कॉपी का पहला अधजला पृष्ठ भी परीक्षा संस्था से खोजकर अफसरों को सौंपा है। इसके अलावा परीक्षा संस्था परिसर में जलाए गए अभिलेखों की वीडियो फुटेज भी दिखाई है। ये दोनों प्रकरण दोषियों पर कानूनी कार्रवाई का पुख्ता आधार दे रहे हैं।

शासन ने लिखित परीक्षा में गड़बड़ी का राजफाश होने पर प्रथम दृष्टया कुछ अफसरों पर कार्रवाई की है। इसकी जद में परीक्षा संस्था में वर्षो से कार्य करने वाले अधिकारी व कर्मचारी नहीं आए हैं। इन दिनों सोशल मीडिया पर परीक्षा संस्था में अहम जिम्मेदारी संभालने वाले अफसर व कर्मचारियों को लेकर तरह-तरह की बातें सामने आ रही हैं। अभ्यर्थियों का तो यहां तक कहना है कि गड़बड़ी कराने में इनका भी हाथ होने के आसार हैं। माना जा रहा है कि शासन की जांच रिपोर्ट परीक्षा संस्था में बड़े बदलाव का आधार बनेगी।

रिजल्ट में गड़बड़ी के मांगे आवेदन, प्रशिक्षुओं ने किया प्रदर्शन

राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने कार्यालय परिसर में उमड़े बीटीसी 2015 के प्रशिक्षुओं से कहा है कि यदि तृतीय सेमेस्टर में उनका रिजल्ट गड़बड़ है तो वे कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं, नारेबाजी या फिर किसी तरह के आंदोलन की जरूरत नहीं है। रिजल्ट की स्क्रूटनी डायटों में चल रही है, जिसका जल्द परिणाम जारी होगा। कुछ अभ्यर्थियों ने कहा कि बीटीसी 2015 चौथे सेमेस्टर के लिए ऑनलाइन आवेदन की समय सीमा बढ़ाकर 30 सितंबर कर दिया जाए। इस पर सचिव ने विचार करने का आश्वासन दिया है। सचिव ने 68500 सहायक अध्यापक की लिखित परीक्षा के संबंध में अभ्यर्थियों से फिर कहा है कि उन्हें स्क्रूटनी या फिर अन्य कोई आदेश नहीं मिला है। शासन ने जो निर्देश पहले दिए हैं, उसका अनुपालन हो रहा है। यहां अनूप सिंह, विशाल प्रताप, प्रिंस तिवारी आदि थे।