हरदोई : पदोन्नति पाने के लिए प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को
जूनियर वर्ग की टीईटी करना अनिवार्य कर दिया गया है, इसको लेकर प्राथमिक
विद्यालयों के शिक्षकों की भीड़ टीईटी को¨चग संस्थानों में बढ़ने लगी है।
इसके चलते संचालकों की आमदनी में इजाफा हुआ है।
हाल के वर्षों में प्राथमिक स्तर की हुई शिक्षक भर्ती के तहत जनपद में
दो हजार से अधिक शिक्षकों को नवीन तैनाती मिली है। कुछ वर्षों बाद इनका
प्रमोशन जूनियर विद्यालयों में होना है। एनसीइआरटी द्वारा प्राथमिक
विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को प्रमोशन के लिए जूनियर वर्ग की टीईटी
करना अनिवार्य कर दिया गया है। बीएड, बीटीसी और शिक्षामित्र के साथ प्रमोशन
की चाह रखने वाले शिक्षकों ने टीईटी की परीक्षा उत्तीर्ण करने की तैयारी
शुरू कर दी गई है। कुछ शिक्षक घर पर तैयारी कर रहे हैं वहीं कुछ शिक्षकों
ने टीईटी को¨चग संस्थानों की ओर रुख किया है। प्राथमिक व जूनियर वर्ग की
टीईटी के आवेदकों की बढ़ती संख्या से को¨चग संस्थानों में भीड़ बढ़ने लगी
है। इसके चलते अधिकतर संस्थानों में आवेदकों के बैठने की जगह कम पड़ने लगी
है। को¨चग संचालक बोले, फुल होने लगे बैच : को¨चग संचालकों की माने तो दो
शिफ्टों में टीईटी को¨चग का संचालन किया जा रहा है। सुबह साढ़े छह से साढ़े
नौ और शाम को छह से नौ तक को¨चग का समय निर्धारित किया गया है। को¨चग
संस्थान में स्थान सीमित हैं। इसके चलते बैच फुल होने लगे है।