इलाहाबाद। 68500 शिक्षक भर्ती मामले में जांच तेजी से आगे बढ़ने लगी है। दो
सदस्यीय टीम अभ्यर्थियों से मिले प्रत्यावेदनों के आधार पर जांच करने
इलाहाबाद पहुंच गई है। टीम के सदस्यों ने रविवार को सचिव परीक्षा नियामक
प्राधिकारी कार्यालय में कई कॉपियां निकलवाईं और उनकी जांच-पड़ताल की। जांच
टीम अपनी रिपोर्ट सीधे शासन को सौंपेगी।
शिक्षक भर्ती में धांधली की
शिकायत की जांच दो सदस्यी कमेटी कर रही है, जिसमें सर्व शिक्षा अभियान के
परियोजना निदेशक वेद पति मिश्र और बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ. सर्वेंद्र
विक्रम सिंह शामिल हैं। दोनों यहां दो सप्ताह पहले प्रारंभिक जांच के लिए
आए थे। इन दो हफ्तों के दौरान बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के प्रत्यावेदन
जांच कमेटी के सदस्यों के पास पहुंचे। प्रत्यावेदनों के जरिए अभ्यर्थियों
ने शिकायत दर्ज कराई कि स्कैन कॉपी में जितने नंबर अंकित हैं, कंप्यूटर में
चढ़ाए गए अंक उससे भिन्न हैं और इसकी वजह से उन्हेें चयन से वंचित होना
पड़ा।
इसके अलावा बड़ी संख्या में शिकायतें पहुंचीं हैं कि सवालों के
गलत जवाब देने पर भी नंबर मिल गए। ऐसे में कॉपियां जल्दबाजी में जांचे जाने
की बात सामने आ रही है। यह शिकायत भी है कि किसी को कटिंग का नंबर मिले,
किसी को नहीं। ओवर राइटिंग के मामले में भी ऐसा ही हुआ और नंबर देने में
पक्षपात किया गया। अभ्यर्थियों ने प्रत्योवदनों के साथ इस तरह की
गड़बड़ियों से जुड़े साक्ष्य भी जांच कमेटी को उपलब्ध कराए हैं और अब
इन्हीं प्रत्यावेदनों के आधार पर सचिव नियामक परीक्षा प्राधिकारी कार्यालय
में कॉपियां निकलवाकर जांच कमेटी उनकी पड़ताल कर रही है। जांच के बाद कमेटी
अपनी रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजेगी।
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