68500 शिक्षक भर्ती में जिन्होंने की गलती, परीक्षकों ने उन्हें भी किया पास: जांच रिपोर्ट से पहले ही उजागर हो रही है हकीकत, अनदेखी में परीक्षा संस्था से दो कदम आगे निकले परीक्षक

इलाहाबाद : परिषदीय स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापक भर्ती में व्यापक पैमाने पर हुई गड़बड़ी की जांच रिपोर्ट तो अभी नहीं आ सकी है लेकिन, अभ्यर्थियों के घर पहुंच रहीं स्कैंड कापियां ही बता रही हैं कि परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय को सौ में से कितने अंक मिलने वाले हैं।
योगी सरकार में शिक्षकों की पहली सबसे बड़ी भर्ती में परीक्षा संस्था ने जिस तरह से गुणवत्ता की अनदेखी की, कापियां जांचने वाले परीक्षक उससे दो कदम आगे ही निकले। किसी अभ्यर्थी को गलत उत्तर लिखने पर भी सही अंक दे दिए, किसी के उत्तर में मात्रत्मक त्रुटि होने के बावजूद सही अंक देकर कापी आगे बढ़ा दी।

अभ्यर्थियों के घर पहुंची स्कैंड कापियों में जो खामियां मिल रही हैं वह मूल्यांकन करने वाले परीक्षकों और परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की ओर से जारी उत्तर कुंजी को बेमेल कर रही हैं। जालौन निवासी एक अभ्यर्थी नीतेश कुमार (अनुक्रमांक 9410401883) की ‘सी’ सीरीज की कापी में प्रश्न संख्या 146 में उत्तर विकल्प ‘अक्षय कुमार ज्योति’ पर निशान लगाने पर अंक मिल गए जबकि उत्तर कुंजी के अनुसार सही उत्तर ‘ममता कालिया’ है। ‘बी’ सीरीज के प्रश्न संख्या 137 में अभ्यर्थी रबिया खातून (अनुक्रमांक 5704013334) को गाइडर की भूमिका पर सही अंक मिले हैं जबकि उत्तर कुंजी में यह नहीं है। प्रश्न संख्या 57 में अभ्यर्थी को ‘शिकांगो’ विकल्प पर निशान लगाने पर सही अंक दिए गए जबकि शहर का असल नाम ‘शिकागो’ है। अभ्यर्थी कु.संजू यादव (अनुक्रमांक 2530604018) को ‘बी’ सीरीज के प्रश्न संख्या 60 में विकल्प ‘अंचल कुमार ज्योति’ पर निशान लगाने पर सही अंक दिए गए जबकि उत्तर कुंजी के अनुसार इसका सही विकल्प अचल कुमार ज्योति है। अभ्यर्थियों की मानें तो दोषियों पर कार्रवाई में देरी की जा रही है। अभ्यर्थी अनूप सिंह, विशाल प्रताप, आदेश सिंह, अंकित सिंह, अंकित वर्मा आदि का कहना है कि कटिंग, ओवर राइटिंग, मात्रत्मक त्रुटि पर उन सभी को फेल किया गया है जबकि अब कापियां सामने आ रही हैं तो उसी प्रकार की गलतियों पर अन्य अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण करने के मामले सामने आ रहे हैं।’