हस्ताक्षर कर गायब मिली शिक्षिका का कटा वेतन

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : शिक्षकों की मनमानी पर लगाम नहीं लग पा रही है। देर से आना, जल्दी जाने के साथ हस्क्षार कर विद्यालय से गायब रहना अधिकतर शिक्षकों की दिनचर्या में शामिल हो चुका है।
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी अमित कुमार ¨सह ने गुरुवार को कई परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर कर गायब रही एक शिक्षिका के एक दिन का वेतन काटने की कार्रवाई की। साथ ही विद्यालयों में शिक्षण कार्य की गुणवत्ता में कमी व व्यवस्था बदहाल मिलने पर तीन प्रधानाध्यापकों को स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया।


बीएसए श्री ¨सह ने ज्ञानपुर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय जोगिनका का औचक निरीक्षण किया। प्रभारी प्रधानाध्यापिका रीना ¨सह आकस्मिक अवकाश पर थी तो अन्य शिक्षक व शिक्षामित्र उपस्थित रहे। 41 के सापेक्ष 15 बच्चे ही उपस्थित मिले। जबकि पिछले 22, 24, 25 व 26 ¨सतबर को क्रमश: 30, 28, 34 व 31 बच्चे एमडीएम पंजिका में दर्ज मिले। इस पर स्पष्टीकरण देने के साथ शैक्षिक गुणवत्ता ठीक न मिलने पर प्रधानाध्यापिका को एक माह में शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने का निर्देश दिया गया। साथ ही उनके वेतन भुगतान पर रोक लगा दी गई। इसी तरह प्राथमिक विद्यालय कठौता में हस्ताक्षर करके गायब मिली सहायक शिक्षक रीतिका का एक दिन का वेतन काटने की कार्रवाई के साथ उपस्थिति व शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार न लाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई। परिसर में स्थित जर्जर भवन को नियमानुसार कार्रवाई कर ध्वस्त कराने का निर्देश प्रधानाध्यापक को दिया। यहां 55 में मात्र 21 बच्चे उपस्थित मिले। इसके बाद पूर्व माध्यमिक विद्यालय सोनखरी पहुंचे बीएसए को शैक्षणिक गुणवत्ता ठीक मिली। प्रधानाध्यापिका शकुंतला सहित दोनों सहायक शिक्षिका उपस्थित मिली। शौचालय की स्थिति खराब मिलने व हैंडपंप से गंदा पानी आने पर दोनों को ग्राम प्रधान से मिलकर ठीक कराने के लिए प्रधानाध्यापिका को निर्देशित किया गया।