UPTET: टीईटी 2018 का सर्वर धड़ाम, अभ्यर्थी परेशान: अपर मुख्य सचिव एनआइसी को तत्काल सर्वर की क्षमता बढ़ाने का दिया निर्देश

इलाहाबाद : शिक्षक भर्ती की लचर तैयारी से अभ्यर्थी एक बार फिर गुस्से में हैं। टीईटी 2018 का सर्वर धड़ाम हो जाने से हजारों अभ्यर्थी ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पा रहे हैं।
साइबर कैफे संचालक भी फार्म भरने से मना कर रहे हैं। अभ्यर्थियों को हो रही परेशानी के मद्देनजर बेसिक शिक्षा के अपर मुख्य सचिव डॉ. प्रभात कुमार ने गुरुवार को एनआइसी, परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव व अन्य को तलब किया। उन्होंने व्यवस्था शुक्रवार सुबह तक दुरुस्त करने के कड़े निर्देश दिए हैं। 1परिषद के प्राथमिक स्कूलों की अगली शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा दिसंबर में प्रस्तावित है। उसके पहले टीईटी 2018 के लिए ऑनलाइन आवेदन 17 सितंबर से लिए जा रहे हैं। शुरुआत में वेबसाइट ठीक चली लेकिन, करीब चार दिन से सर्वर बेहद धीमा या फिर कार्य ही नहीं कर रहा है। अभ्यर्थी बता रहे हैं कि पंजीकरण व आवेदन के साथ ऑनलाइन फीस जमा करने की व्यवस्था है। इसमें उनके खाते से परीक्षा शुल्क का धन कट रहा है लेकिन, उसकी रसीद नहीं मिल रही है। इससे आवेदन पूरा नहीं हो पा रहा है। इसकी कई बार शिकायत की गई तो परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने एनआइसी से वार्ता की और आश्वस्त किया कि जल्द व्यवस्था ठीक होगी। फिर भी समस्या बरकरार है, बल्कि प्रदेश भर से अब बहुतायत में शिकायतें आना शुरू हुई हैं।

सर्वर की बढ़ाई जाएगी क्षमता : प्रकरण शासन तक पहुंचने पर अपर मुख्य सचिव डा. कुमार ने गुरुवार को एनआइसी व परीक्षा नियामक सचिव, बैंक अधिकारियों की बैठक की। इसमें सामने आया कि बड़ी संख्या में आवेदन होने से सर्वर सही से काम नहीं कर रहा है, क्योंकि सर्वर की क्षमता कम है। अपर मुख्य सचिव ने इस पर नाराजगी जताते हुए एनआइसी को तत्काल सर्वर की क्षमता बढ़ाकर व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया है। सुनिश्चित करें कि शुक्रवार से किसी भी अभ्यर्थी को ऑनलाइन आवेदन में दिक्कत न आए।

बैंक बदलने से भी समस्या बढ़ी : टीईटी में इस बार परीक्षा शुल्क जमा करने के लिए स्टेट बैंक की जगह एचडीएफसी बैंक को रखा गया है। यह बदलाव भी भारी पड़ रहा है।