बेसिक शिक्षा परिषद की किताब में एक और गड़बड़ी आई सामने, किताबों की जांच प्रक्रिया तेज

इलाहाबाद : प्रदेश सरकार महापुरुषों व समाज के विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान करने वाली शख्सीयतों से बच्चों को परिचित कराना चाहती है। इसी को ध्यान में रखकर बेसिक शिक्षा परिषद की किताबों में प्रदेश के सपूतों को जगह दी गई है।
इस मंशा पर प्रकाशक पानी फेर रहे हैं, क्योंकि पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिवस और अब प्रख्यात कलमकार कन्हैया लाल मिश्र के जन्म वर्ष में गलती सामने आई है। 1बेसिक शिक्षा परिषद के उच्च प्राथमिक स्कूलों में कक्षा छह में पढ़ाई जा रही हिंदी मंजरी किताब के अध्याय दो में प्रख्यात निबंधकार कन्हैया लाल मिश्र ‘प्रभाकर’ की संक्षेप में जीवनी दी गई है। मिश्र को पत्रकार व स्वतंत्रता सेनानी भी लिखा गया है और उनका जन्म 29 मई वर्ष 1961 लिखा है। किसी ने यह ध्यान नहीं दिया कि आखिर 1961 यानी आजादी के बाद जन्मा शख्स स्वतंत्रता सेनानी कैसे हो सकता है? शिक्षक ऐसी कई गड़बड़ियों को लेकर परेशान हैं। 1कन्हैया लाल का जीवन परिचय : कन्हैया लाल मिश्र का जन्म प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद कस्बे में 29 मई 1906 को हुआ था। घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने से प्रारंभिक शिक्षा सही से नहीं हो सकी। उन्होंने हंिदूी, संस्कृत व अंग्रेजी आदि भाषाओं का स्वाध्याय से गहन अध्ययन किया। बाद में वे खुर्जा में संस्कृत के विद्यार्थी बने। स्वतंत्रता आंदोलन में वे कई बार जेल गए। उनकी कहानी संग्रह आकाश के तारे, धरती के फूल, निबंध संग्रह जिंदगी मुस्कुराई जैसी कई रचनाएं खूब चर्चित हुईं। वे ज्ञानोदय पत्रिका के संपादक भी रहे। उनका निधन नौ मई 1995 को हुआ।
किताबों की जांच प्रक्रिया तेज
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी का जन्मदिवस गलत छपने पर बेसिक शिक्षा के अपर मुख्य सचिव डॉ. प्रभात कुमार ने बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ. सर्वेद्र विक्रम बहादुर सिंह को निर्देश दिया था कि वे सभी पुस्तकों की जांच कराकर गड़बड़ियां दूर कराएं। साथ ही इसमें जो दोषी हो उस पर कार्रवाई की जाए। यह प्रक्रिया इन दिनों तेजी से चल रही है.