उत्तर प्रदेश के फैजाबाद से एक बड़ी खबर सामने आई है. जिला की बेसिक शिक्षा
अधिकारी अमिता सिंह ने एक तुगलकी फरमान जारी किया है. अमिता सिंह ने फरमान
जारी कर कहा है कि कार्यालय में पत्रकार और अध्यापकों के प्रवेश पर
प्रतिबंध लगा दिया गया है. वहीं, अधिकारी के इस फरमान के बाद अधिकारियों के
बीच खलबली मच गई है.तुगलकी फरमान को अमलीजामा पहनाने के लिए कार्यालय में
बाकायदा नोटिस चस्पा की गई है. नोटिस में कहा गया है कि यदि कोई पत्रकार या
अध्यापक किसी पटल पर बैठा मिला तो संबंधित पटल के कर्मचारी का 1 दिन का
वेतन काट लिया जाएगा. इस तुगलकी फरमान को लेकर आने- जाने वालों में चर्चा
का विषय बन गया है. बता दें कि बेसिक शिक्षा कार्यालय पिछले काफी दिनों से
अपने कार्यप्रणाली के लिए चर्चित रहा है
माना जा रहा है कि कार्यालय में एक कर्मचारी द्वारा रिश्वत लेने का वीडियो वायरल हुआ था जिसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने यह फरमान जारी कर दिया. पिछले दिनों जिलाधिकारी डॉ. अनिल पाठक ने कार्यालय में छापा मारकर कर्मचारियों के गतिविधियों पर आशंका जाहिर की थी. इसके बाद से कार्यालय के कर्मचारी आशंकित हो चुके थे. हालांकि छापे के दौरान बेसिक शिक्षा अधिकारी अमिता सिंह छुट्टी पर थी. जब इस फरमान को लेकर मीडिया ने बेसिक शिक्षा अधिकारी अमिता सिंह से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि कार्य में बाधा आ रही थी, इसलिए ऐसा फरमान जारी करना पड़ा. लेकिन पत्रकारों का स्वागत है
माना जा रहा है कि कार्यालय में एक कर्मचारी द्वारा रिश्वत लेने का वीडियो वायरल हुआ था जिसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने यह फरमान जारी कर दिया. पिछले दिनों जिलाधिकारी डॉ. अनिल पाठक ने कार्यालय में छापा मारकर कर्मचारियों के गतिविधियों पर आशंका जाहिर की थी. इसके बाद से कार्यालय के कर्मचारी आशंकित हो चुके थे. हालांकि छापे के दौरान बेसिक शिक्षा अधिकारी अमिता सिंह छुट्टी पर थी. जब इस फरमान को लेकर मीडिया ने बेसिक शिक्षा अधिकारी अमिता सिंह से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि कार्य में बाधा आ रही थी, इसलिए ऐसा फरमान जारी करना पड़ा. लेकिन पत्रकारों का स्वागत है