प्रयागराज : विज्ञापन चार साल पहले, स्क्रीनिंग परीक्षा तीन साल पहले, उत्तर कुंजी डेढ़ साल पहले और रिजल्ट अब तक नहीं। जीआइसी प्रवक्ता चयन के लिए यूपीपीएससी की इस लेटलतीफी ने हजारों अभ्यर्थियों का भविष्य
अंधकार में कर रखा है, जबकि इसके बाद हुई कई परीक्षाओं के परिणाम पर यूपीपीएससी की तेजी ने चार साल पहले निकली भर्ती के अभ्यर्थियों को कुंठाग्रस्त कर दिया है। निराशा के भाव लेकर यूपीपीएससी पहुंचे अभ्यर्थियों ने कहा कि उनका परिणाम जल्द जारी किया जाए।
उप्र लोकसेवा आयोग यानी यूपीपीएससी ने 2014-15 में विज्ञापन जारी कर उप्र विशेष अधीनस्थ शिक्षा (पुरुष/महिला) शाखा की प्रवक्ता स्क्रीनिंग परीक्षा 15 सितंबर, 2015 को कराई थी। 19 विषयों के लिए अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया था। इसके बाद यूपीपीएससी ने 11 अप्रैल, 2017 को इसकी उत्तर कुंजी जारी कर अभ्यर्थियों से 18 अप्रैल, 2017 तक आपत्तियां मांगी थीं। डेढ़ साल बीतने के बावजूद इसका परिणाम अभी तक यूपीपीएससी जारी नहीं कर सका है।
यूपीपीएससी में शिकायती पत्र देकर अभ्यर्थियों ने इस पर नाराजगी जताई कि जब एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती की परीक्षा जो चार महीने पहले कराई गई थी और 10 हजार से अधिक पदों के लिए है उसका परिणाम जारी करने की तत्परता बरती जा सकती है तो तीन साल पहले हुई परीक्षा के परिणाम को रोककर यूपीपीएससी नौकरी की आस में बैठे हजारों अभ्यर्थियों के भविष्य से खिलवाड़ क्यों कर रहा है। नागरिक शास्त्र विषय की स्क्रीनिंग परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी महेंद्र सिंह ने कहा कि यूपीपीएससी की ओर से उन्हें कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा है।
अंधकार में कर रखा है, जबकि इसके बाद हुई कई परीक्षाओं के परिणाम पर यूपीपीएससी की तेजी ने चार साल पहले निकली भर्ती के अभ्यर्थियों को कुंठाग्रस्त कर दिया है। निराशा के भाव लेकर यूपीपीएससी पहुंचे अभ्यर्थियों ने कहा कि उनका परिणाम जल्द जारी किया जाए।
उप्र लोकसेवा आयोग यानी यूपीपीएससी ने 2014-15 में विज्ञापन जारी कर उप्र विशेष अधीनस्थ शिक्षा (पुरुष/महिला) शाखा की प्रवक्ता स्क्रीनिंग परीक्षा 15 सितंबर, 2015 को कराई थी। 19 विषयों के लिए अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया था। इसके बाद यूपीपीएससी ने 11 अप्रैल, 2017 को इसकी उत्तर कुंजी जारी कर अभ्यर्थियों से 18 अप्रैल, 2017 तक आपत्तियां मांगी थीं। डेढ़ साल बीतने के बावजूद इसका परिणाम अभी तक यूपीपीएससी जारी नहीं कर सका है।
यूपीपीएससी में शिकायती पत्र देकर अभ्यर्थियों ने इस पर नाराजगी जताई कि जब एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती की परीक्षा जो चार महीने पहले कराई गई थी और 10 हजार से अधिक पदों के लिए है उसका परिणाम जारी करने की तत्परता बरती जा सकती है तो तीन साल पहले हुई परीक्षा के परिणाम को रोककर यूपीपीएससी नौकरी की आस में बैठे हजारों अभ्यर्थियों के भविष्य से खिलवाड़ क्यों कर रहा है। नागरिक शास्त्र विषय की स्क्रीनिंग परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी महेंद्र सिंह ने कहा कि यूपीपीएससी की ओर से उन्हें कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा है।