शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2018 का सरल पेपर शिक्षामित्रों के लिए नौकरी की राह आसान करेगा। अभ्यर्थियों के अनुसार रविवार को हुई परीक्षा का पेपर पिछली परीक्षाओं की तुलना में आसान रहा।
इससे परीक्षा में सम्मिलित शिक्षामित्रों को काफी राहत मिली क्योंकि यह उनके लिए दूसरा और आखिरी मौका है। .
25 जुलाई 2017 को 1.37 लाख शिक्षामित्रों का बिना टीईटी सहायक अध्यापक पद पर समायोजन सुप्रीम कोर्ट से निरस्त होने के बाद संकट पैदा हो गया। सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षामित्रों को अगली दो शिक्षक भर्ती में वेटेज देने का निर्देश दिया था। 68500 सहायक अध्यापकों की एक भर्ती हो चुकी है। लिखित परीक्षा में सफल सिर्फ 7224 शिक्षामित्रों को नौकरी मिल सकी है। इस प्रकार एक लाख से अधिक शिक्षामित्र फिर से सहायक अध्यापक बनने की लाइन में हैं।.
इनमें से बड़ी संख्या में शिक्षामित्रों ने टीईटी 2018 के लिए आवेदन किया था। टीईटी का पेपर ठीक होने से उनके सहायक अध्यापक बनने की उम्मीद बढ़ गई है क्योंकि 6 जनवरी को प्रस्तावित अगली शिक्षक भर्ती परीक्षा में शिक्षामित्रों को अलग से वेटेज मिलेगा।.
अधिकांश शिक्षामित्रों की उम्र 40 से 45 साल के बीच है। उम्र के इस पड़ाव पर टीईटी में 60 प्रतिशत अंक लाना आसान नहीं है। सरकार से मांग है कि शिक्षामित्रों को पासिंग नंबर में छूट प्रदान करने के लिए केंद्र से अनुमति प्राप्त करें। कौशल कुमार सिंह प्रदेश मंत्री, उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ.
इससे परीक्षा में सम्मिलित शिक्षामित्रों को काफी राहत मिली क्योंकि यह उनके लिए दूसरा और आखिरी मौका है। .
25 जुलाई 2017 को 1.37 लाख शिक्षामित्रों का बिना टीईटी सहायक अध्यापक पद पर समायोजन सुप्रीम कोर्ट से निरस्त होने के बाद संकट पैदा हो गया। सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षामित्रों को अगली दो शिक्षक भर्ती में वेटेज देने का निर्देश दिया था। 68500 सहायक अध्यापकों की एक भर्ती हो चुकी है। लिखित परीक्षा में सफल सिर्फ 7224 शिक्षामित्रों को नौकरी मिल सकी है। इस प्रकार एक लाख से अधिक शिक्षामित्र फिर से सहायक अध्यापक बनने की लाइन में हैं।.
इनमें से बड़ी संख्या में शिक्षामित्रों ने टीईटी 2018 के लिए आवेदन किया था। टीईटी का पेपर ठीक होने से उनके सहायक अध्यापक बनने की उम्मीद बढ़ गई है क्योंकि 6 जनवरी को प्रस्तावित अगली शिक्षक भर्ती परीक्षा में शिक्षामित्रों को अलग से वेटेज मिलेगा।.
अधिकांश शिक्षामित्रों की उम्र 40 से 45 साल के बीच है। उम्र के इस पड़ाव पर टीईटी में 60 प्रतिशत अंक लाना आसान नहीं है। सरकार से मांग है कि शिक्षामित्रों को पासिंग नंबर में छूट प्रदान करने के लिए केंद्र से अनुमति प्राप्त करें। कौशल कुमार सिंह प्रदेश मंत्री, उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ.