शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक के 68,500 पदों की शिक्षक भर्ती परीक्षा आगामी 6 जनवरी को

सरकार यूपी टीईटी परीक्षा का रिजल्ट निर्धारित तिथि से पहले जारी कर सकती है. रविवार को सूबे में आयोजित टीईटी परीक्षा में करीब 18 लाख अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था.
ऐसी संभावना है कि परीक्षा नियामक प्राधिकारी यूपी टीआईटी परिणाम 5 दिसंबर तक जारी कर सकती है, जिससे अभ्यर्थियों को दूसरी शिक्षक भर्ती में शामिल होने का मौका मिल जाएगा. बेसिक शिक्षा विभाग 6 जनवरी, 2019 को  दूसरी शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित करा सकती है.

उल्लेखनीय है रविवार को प्रदेश भर में आयोजित टीईटी परीक्षा में कुल 17,83,716 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था. पहली पाली में आयोजित प्राइमरी स्तर की परीक्षा में पंजीकृत कुल 11,70,786 अभ्यर्थियों में से 94.1 फीसदी अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए जबकि दूसरी पाली में पंजीकृत कुल 6,12,930 अभ्यर्थियों में भी उपस्थिति का औसत लगभग पहली पाली के बराबर रहा.

हालांकि परीक्षा के दौरान प्रदेश भर में कई जगहों पर मुन्नाभाई भी परीक्षा देते पकड़े गए, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. टीईटी परीक्षा के दौरान मुन्नाभाइयों की गिरफ्तारी पर डॉ. प्रभात ने बताया कि उन्होंने एसटीएफ आईजी से सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़ करने को कहा है. वहीं,  मुरादाबाद से गिरफ्तार किए गए सॉल्वर गैंग के 6 सदस्यों पर एनएसए लगाया जाएगा.

न्यूज 18 से बातचीत में बेसिक शिक्षा विभाग में अपर मुख्य सचिव डॉ. प्रभात कुमार ने बताया कि पहले यूपी टीईटी का रिजल्ट आगामी 10 दिसंबर तक जारी किया जाना था, लेकिन इसे अब 5 दिसंबर तक ही जारी कर दिया जाएगा. हालांकि पहले शिक्षक भर्ती परीक्षा के पंजीकरण 11 से 25 दिसंबर तक होने थे, लेकिन अब यह भी टीईटी रिजल्ट जारी होने के तत्काल बाद शुरू कर दिए जाएंगे.

रिपोर्ट के मुताबिक मई, 2018 में हुई शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा की कॉपियों के पुनर्मूल्यांकन का काम भी आगामी शिक्षक भर्ती परीक्षा के पंजीकरण खत्म होने से पहले ही पूरा करा लिया जाएगा. ऐसा होने से अगर कोई अभ्यर्थी पुनर्मूल्यांकन के बाद उत्तीर्ण मिलता है तो उसे आगामी शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन नहीं करना पड़ेगा.

गौरतलब है प्रदेश भर से 30,751 अभ्यर्थियों ने पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन किया हुआ है. इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक के 68,500 पदों की शिक्षक भर्ती परीक्षा आगामी 6 जनवरी को कराई जाएगी.

उधर, टीईटी परीक्षा की दोनों पालियों में शामिल हुए अभ्यर्थियों ने परीक्षा के पेपर को लेकर संतुष्टि जताते हुए बताया कि पेपर काफी सरल रहा. हालांकि प्राइमरी स्तर की परीक्षा में कुछ अभ्यर्थियों ने बताया कि पर्यावरण से जुड़े प्रश्न सिलेबस से बाहर के लगे.


वहीं, अपर प्राइमरी स्तर की परीक्षा में कुछ अभ्यर्थियों को सोशल स्टडीज के प्रश्नों में समस्या हुई. इसके अलावा जिन अभ्यर्थियों ने दोनों पेपर की परीक्षा देने के लिए आवेदन किया था उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ा. बताया जाता है बहुत से अभ्यर्थियों को पहली परीक्षा के बाद दूसरी पाली की परीक्षा के लिए 40 किलोमीटर दूर तक परीक्षा केंद्र पर जाना पड़ा.