उत्तर प्रदेश शासन ने पुरानी पेंशन बहाली के सम्बंध में सोमवार को विशेष बैठक बुलाई। मंच के संयोजक हरिकिशोर तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश पर बनी समिति के आधार पर मिलने वाली संस्तुति, गणना और विचार के बाद ही पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करने की बात रखी गई थी। .
समिति की तरफ से कहा गया कि शासन ने दो माह की समय सीमा तय करने के साथ ही एक समिति पुरानी पेंशन बहाली के लिए बना दी है। कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच के नेताओं ने कहा कि अगर लगातार एक वर्ष तक बैठक की जाए तब भी कर्मचारियों के इतने संगठन हैं कि वार्ता पूरी नहीं होगी। जब राज्य के शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी सिर्फ पुरानी पेंशन बहाली की मांग पर संघर्ष कर रहे हैं तो सरकार को इन वार्ताओं में समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। शासन की तरफ से बताया गया कि यूपीपीसीएल में लागू पेंशन व्यवस्था का अध्ययन किया जा रहा है। अगर यह व्यवस्था कर्मचारी शिक्षक और अधिकारियों के हित में होगी तो उस पर विचार किया जाएगा। अगली बैठक 26 को बुलाई जा सकती है। मंच की तरफ से संजय सिंह, शिवशंकर पाण्डेय, शिवबरन सिंह यादव, सजीव गुप्ता और अविनाश चंद उपस्थित रहे।
समिति की तरफ से कहा गया कि शासन ने दो माह की समय सीमा तय करने के साथ ही एक समिति पुरानी पेंशन बहाली के लिए बना दी है। कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच के नेताओं ने कहा कि अगर लगातार एक वर्ष तक बैठक की जाए तब भी कर्मचारियों के इतने संगठन हैं कि वार्ता पूरी नहीं होगी। जब राज्य के शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी सिर्फ पुरानी पेंशन बहाली की मांग पर संघर्ष कर रहे हैं तो सरकार को इन वार्ताओं में समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। शासन की तरफ से बताया गया कि यूपीपीसीएल में लागू पेंशन व्यवस्था का अध्ययन किया जा रहा है। अगर यह व्यवस्था कर्मचारी शिक्षक और अधिकारियों के हित में होगी तो उस पर विचार किया जाएगा। अगली बैठक 26 को बुलाई जा सकती है। मंच की तरफ से संजय सिंह, शिवशंकर पाण्डेय, शिवबरन सिंह यादव, सजीव गुप्ता और अविनाश चंद उपस्थित रहे।