आधार नहीं किया लिंक, तो पैन कार्ड हो जाएगा ब्लॉक, अंतिम तिथि पर आज न करें ये भूल

आगरा, जागरण संवाददाता। आधार और पैन कार्ड लिंक करने की आज अंतिम तिथि है। तमाम लोग हैं, जिन्होंने अब तक इन्हें लिंक नहीं किया। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि यदि आधार को पैन कार्ड से लिंक नहीं किया तो क्या होगा? हालांकि आयकर विभाग ने इसको लेकर एक विज्ञापन भी दिया है, लेकिन ये नहीं बताया कि न करने पर क्या होगा? इस पर विशेषज्ञों की राय अलग-अलग है।

सीए पंकज जैन ने बताया कि 31 मार्च तक आधार और पैन लिंक न होने पर आपका पैन कार्ड निष्क्रिय या अवैध हो जाएगा। इनकम टैक्स अधिनियम की धारा 139एए में भी इसका प्रावधान है।
सीए प्रेम गुल ने बताया कि भारत सरकार का आदेश है कि आधार से पैन कार्ड लिंक न करने पर पैन कार्ड ब्लॉक हो जाएगा। इसका असर होगा कि आप आयकर विभाग की साइट पर लॉग्न ही नहीं कर पाएंगे। साथ ही विभाग ने इसे दोबारा से सक्रिय करने का प्रावधान भी नहीं बताया है, लिहाजा मुश्किल होना तय है।
क्यों है जरूरी
एक जुलाई 2017 तक जारी पैन कार्ड धारक, जो आधार के लिए पात्र हैं, उन्हें अपने आधार नंबर की जानकारी अथॉरिटी को देनी चाहिए। ऐसा न होने पर पैन कार्ड अवैध हो जाएगा। इसके लिंक न होने पर आपका रिटर्न फाइलिंग प्रोसेस ही नहीं होगा। आप टैक्स भी नहीं भर पाएंगे। 31 मार्च 2019 की यह अंतिम तिथि उन करदाताओं के लिए है, जिन्होने बिना आधार पैन लिंक किए वित्तवर्ष 2016-17 (वित्तीय वर्ष 2017-18) का रिटर्न भरा था। उनके रिटर्न प्रोसेस नहीं होंगे।

रविवार को भी खुले हैं आयकर और जीएसटी विभाग
आज रविवार है लेकिन अवकाश के दिन से ज्‍यादा महत्‍वपूर्ण आज की तारीख है। 31 मार्च के कारण बैंक और कार्यालय खुले हैं। रिटर्न फाइल करने की प्रक्रिया अन्‍य दिनों की भांति आज हो रही है। यही हाल शनिवार को भी चारों तरफ दिखाई दिया। रविवार को भी सुबह से सरकारी विभागों से लेकर कारोबारी और प्रोफेशनल तक रिटर्न फाइलिंग और लंबित टैक्स प्रक्रिया को पूरा करने में जुटे हैं। आयकर विभाग में काफी लोग पहुंचकर ऑफलाइन रिटर्न फाइल कर रहे हैं, तो वहीं वाणिज्य कर विभाग में रिटर्न के साथ कंपोजिशन स्कीम में आवेदन करने के लिए भी भीड़ है। चार्टर्ड एकाउंटेंट्स और अधिवक्ताओं के यहां भी आयकर, जीएसटी रिटर्न और पैन नंबर आदि आधार से लिंक कराने की भीड़ लगी हुई है। प्रधान आयकर आयुक्त द्वितीय जयंत मिश्रा ने बताया कि वित्तीय वर्ष के अंतिम दिनों में रिटर्न व टैक्स फाइलिंग में दिक्कत न हो, इसलिए रविवार को भी कार्यालय खुला है। अधिकारी भी मौजूद हैं। आयकर सेवा केंद्र में आकर ऑफलाइन रिटर्न फाइलिंग भी की जा रही है। उद्देश्य यही है कि प्रत्येक व्यक्ति रिटर्न फाइलिंग कर सही टैक्स जमा कराए। वाणिज्य कर विभाग के एडीशनल कमिश्नर ग्र्रेड वे संपूर्णानंद पांडेय ने बताया कि रविवार को भी अनय दिनों की भांति ही कार्यालय में काम हो रहा है। अधिकारी फोन पर और व्यक्तिगत रुप से उपलब्ध होकर लोगों की समस्याओं को निस्तारण कर रहे हैं


सर्वर ने भी दिया साथ

सीए रोहित दुआ ने बताया कि वित्तीय वर्ष के अंतिम दो दिन बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। लिहाजा काम की अधिकता रहती है। करदाताओं के आयकर का निर्धारण आदि किया जाता है। हालांकि पिछले सालों तक आयकर और जीएसटी पोर्टल काफी परेशान करता था, लेकिन इस साल पोर्टल में अब तक किसी तरह की कोई समस्या नहीं आई है और काम सामान्य गति से चल रहा है।
10 से 25 रिटर्न हुए फाइल

सीए मोहनलाल कुकरेजा ने बताया कि हालांकि अब लोगों में समय से रिटर्न फाइल करने को लेकर जागरूकता आई है, इसलिए इस बार ज्यादा हाय-तौबा की स्थिति नहीं। फिर भी प्रत्येक प्रोफेशनल ने 10 से लेकर 25 तक रिटर्न शनिवार को दाखिल कराए।

इनके लिए लगी है भीड़
- आयकर रिटर्न फाइल करने के लिए।

- पैन कार्ड को आधार से लिंक करने को।
- जीएसटी की समाधान योजना में जाने के लिए सीएमपी 02 फॉर्म फाइल कराने की।
- ई वैरिफिकेशन के लिए।
इन बातों का भी रखें ध्यान

- बैंक खातों का अपने खातों से पूर्ण मिलान करें।
- जीएसटी का अपने खातों से मिलान कर देखें कि कोई बकाया तो नहीं। यदि है तो उसका भुगतान सुनिश्चित करें।
- कैश बुक में रोकड़ बाकी को ठीक से जांच कर लें।
- स्टॉक का प्रत्यक्ष रूप से मिलान अपने स्टॉक रजिस्टर से कर लें।
- देनदारों व लेनदारों से उनकी बाकि का मिलान कर सहमति ले लें।
- अपनी आय की विवरणी (आयकर गणना वर्ष 2018-19) यदि नहीं भरी है, तो अवश्य भर दें।
- सभी खर्चों का प्रावधान 31 मार्च में कर लें।
एक दिन में हुआ 70 करोड़ का भुगतान
लोकसभा चुनाव के बीच वित्तीय साल के द्वितीय अंतिम दिन सरकारी विभागों पर लक्ष्मी मेहरबान हो गई। कलक्ट्रेट स्थित मुख्य कोषागार ने एक दिन में 70 करोड़ रुपये के बिलों का भुगतान किया। पिछले वित्तीय साल में 60 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ था।
देर रात तक खुले सरकारी कार्यालय
शनिवार को सभी सरकारी कार्यालय रात 11 बजे तक खुले। जहां कर्मचारियों ने बकाया बिलों को तैयार किया और मुख्य कोषागार के लिए भेजा गया।

दस करोड़ के बिके स्टांप
शनिवार को मुख्य कोषागार से दस करोड़ रुपये के स्टांप की बिक्री हुई। पूर्व में एक दिन में पांच से छह करोड़ रुपये के स्टांप बिकते थे। रविवार को और अधिक स्टांप बिकने की उम्मीद है।

नहीं मांगा बजट
पिछले वित्तीय साल के मुकाबले इस बार अधिकांश सरकारी विभागों ने शासन से बजट की मांग नहीं की। क्योंकि ऐन वक्त में बजट मिलने से दिक्कतें बढ़ जातीं। बजट कहां और किस तरीके से खपाया जाएगा। इसकी डिटेल रिपोर्ट शासन को भेजनी पड़ती।

जल संस्थान : सरचार्ज माफी का आज अंतिम दिन
जल संस्थान में एक मुश्त समाधान योजना का रविवार को अंतिम दिन है। वाटरवक्र्स, सूर्य नगर कॉलोनी सहित अन्य कार्यालयों में वाटर टैक्स जमा कराया जा सकता है। महाप्रबंधक आरएस यादव ने बताया कि योजना के तहत सरचार्ज माफ रहेगा। सिर्फ मूलधन जमा करना होगा।
जमा करा सकते हैं हाउस टैक्स
रविवार को हाउस टैक्स की अदायगी कराई जा सकती है। नगर निगम में काउंटर खुला रहेगा। इसके अलावा छत्ता, लोहामंडी व ताजगंज वार्ड कार्यालय में टैक्स जमा कराया जा सकता है।

माध्यमिक शिक्षा सहित अन्य में बजट की बरसात
शनिवार को कई विभागों पर बजट की बरसात हुई। बजट वेतन मद में था। सबसे अधिक माध्यमिक शिक्षा विभाग को चार करोड़, सेंट्रल व जिला जेल को 80 लाख, एसएन मेडिकल कॉलेज को 45 लाख रुपये मिले।

एक करोड़ रुपये सरेंडर हुए
शनिवार को जिले में दो करोड़ रुपये सरेंडर किए गए। कलक्ट्रेट को इस वित्तीय साल में 15 करोड़ रुपये मिले थे जिसमें 87.70 लाख रुपये सरेंडर कर दिया गया। वहीं सेंट्रल व जिला जेल सहित अन्य विभागों ने 12.30 लाख रुपये सरेंडर किए हैं।

नगर निगम
- इस वित्तीय साल में नगर निगम का हाउस टैक्स का 50 करोड़ का लक्ष्य था। शनिवार तक 46 करोड़ की वसूली हुई।
- विज्ञापन अनुभाग का ढाई करोड़ का लक्ष्य था। जिसके मुकाबले साढ़े नौ करोड़ रुपये की वसूली की गई।
- संपत्ति विभाग में लक्ष्य के सापेक्ष 60 फीसद की वसूली हुई है।
- वेतन में हर माह साढ़े 13 करोड़ रुपये व्यय होते हैं।
- आगामी वित्तीय साल कुल अनुमानित आय 4.79 अरब रुपये है। जबकि व्यय 4.78 करोड़ रुपये है।

जल संस्थान
-इस वित्तीय साल में 100 करोड़ रुपये के राजस्व वसूली का लक्ष्य था। शनिवार तक 65 करोड़ रुपये प्राप्त हुए।

एडीए
- इस वित्तीय साल में एडीए का 282 करोड़ रुपये का लक्ष्य था।
- शनिवार तक कुल 72 करोड़ रुपये की वसूली हुई।
- एडीए को इस वित्तीय साल में अवस्थापना निधि में 40 करोड़ नहीं मिले।
- संपत्ति विभाग ने महज 50 फीसद वसूली की।
- प्रवर्तन टीम ने भवनों की कंपाउडिंग में लापरवाही बरती। महज तीस फीसद राजस्व वसूला गया।
निबंधन विभाग
- तहसील सदर में पांच उप निबंधक कार्यालय और बाकी पांच तहसीलों में एक-एक कार्यालय है।
- हर दिन 375 रजिस्ट्री होती हैं। इससे दस करोड़ रुपये का राजस्व मिलता है।
- इस वित्तीय साल में 671 करोड़ रुपये का लक्ष्य था। जिसके मुकाबले 80 फीसद वसूली हुई।

आबकारी विभाग
- इस वित्तीय साल में 1100 करोड़ रुपये की राजस्व वसूली का लक्ष्य था। जिसके सापेक्ष 900 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।

कलक्ट्रेट और कमिश्नरी
- इस वित्तीय साल में कलक्ट्रेट को 15 करोड़ और कमिश्नरी को दस करोड़ रुपये प्राप्त हुए।

लोक निर्माण विभाग
- इस वित्तीय साल में विभाग को 70 करोड़ रुपये मिले, जिसे खर्च कर लिया गया।
लक्ष्य पूरा करने और बकाया वसूली की रही आपाधापी
वित्तीय वर्ष की समाप्ति के अंत में सरकारी कार्यालयों और लक्ष्य और वसूली का टारगेट पूरा करने के लिए कर्मचारी जुटे रहे। सरकारी कार्यालय, बैंक, बीमा कार्यालय, नगर निगम, आयकर विभाग में व्यस्तता बढऩे से लोगों की लंबी लाइन लगी रही। पैन कार्ड को आधार से लिंक कराने और नए आधार कार्ड बनवाने में लोगों को परेशानी हुई। शनिवार को सभी कार्यालयों का जागरण टीम ने हाल जाना।
बैंकों में लगी लंबी लाइन
बैंकों में शनिवार को दूसरे कामों को छोड़कर मार्च क्लोजिंग पर ध्यान दिया गया। छीपीटोला स्थित भारतीय स्टेट बैंक में सुबह 10 बजे से विभिन्न चालान जमा करने, लोन क्लोज कराने या अग्रिम भुगतान को उपभोक्ताओं की भीड़ रही। यह केवल एक बैंक का हाल नहीं बल्कि अधिकांश में यही स्थिति रही। प्राइवेट बैंकों में लंबी लाइन लगी रही।

आधार कार्ड को भी परेशान रहे लोग
वर्तमान समय में किसी भी योजना का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है। ऐसे में आधार कार्ड बनवाने के लिए लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। संजय प्लेस स्थित डाकघर में नए आधार कार्ड बनवाने और आधार कार्ड में संशोधन किया जाता है। यहां पर दो मशीन लगी हैं, लेकिन पिछले तीन दिनों से एक मशीन खराब है। ऐसे में लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। शनिवार को यहां पर भी लोगों की लाइन लगी रही। इस लाइन में छोटे-छोटे बच्चे भी थे, स्कूल में एडमिशन के लिए आधार कार्ड की जरूरत होती है।
डाकघरों में भी रही भीड़
डाकघरों में भी मार्च के अंत में भीड रही। वित्त वर्ष समाप्त होने से पहले लोगों ने टैक्स बचाने के लिए बचत योजनाओं में निवेश किया। किसान विकास पत्र और एनएससी खरीदने वालों की संख्या अच्छी-खासी थी। सामान्य बचत खाते खुलवाए।

पैन कार्ड लिंक कराने को परेशान

31 मार्च पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक कराने की अंतिम तिथि है। बड़ी संख्या में अभी लोगों ने पैन कार्ड लिंक नहीं कराए हैं। ऐसे में शनिवार को आयकर विभाग में लोग जानकारी करते नजर आए। चार्टर्ड अकाउंटेटों के पास भी लोगों की भीड़ रही। रविवार को कार्ड लिंक कराने का अंतिम दिन है।
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