69000शिक्षक भर्ती के सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी परेशान, शिक्षामित्रों को मिलने वाला भारांक बना चिंता की वहज
69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में लगभग 8100 शिक्षामित्र सफल हुए हैं। शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक भर्ती के 25 अंक का वेटेज मिलेगा। वेटेज अंकों के सहारे शिक्षामित्रों का चयन लगभग पक्का है।
यह अभ्यर्थी शैक्षिक मेरिट, लिखित परीक्षा की मेरिट और 25 वेटेज अंकों के सहारे मेरिट में सबसे ऊपर आ जाएंगे।
मेरिट में टॉप में आने के साथ शिक्षामित्र अनारक्षित 50 फीसदी पर सीटों चयनित हो जाएंगे। यूपीटीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष अनुराग सिंह का कहना है कि इसके चलते यह अनारक्षित कोटे की 25 प्रतिशत से ज्यादा सीटों पर कब्जा कर लेंगे। बताया कि 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती में अनारक्षित वर्ग को 50 प्रतिशत सामान्य आरक्षण और 10 प्रतिशत हॉरिजंटल आरक्षण के बाद लगभग 31050 पद ही बच रहे हैं।
इसमें शिक्षामित्रों के अनारक्षित कोटे से चयन के बाद मात्र 23000 पद हो अनारक्षित को मिलेंगे, जो पूर्ण पदों का मात्र 33 प्रतिशत है और आरक्षण के प्रावधानों के खिलाफ है। उनका कहना है कि 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती में लगभग 10000 सीट पर ही सामान्य वर्ग के चयन की संभावना है। अनारक्षित सीटों पर ओवरलैपिंग न हो इसके लिए शिक्षामित्रों को अलग श्रेणी में नियुक्ति दी जाए।
69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में लगभग 8100 शिक्षामित्र सफल हुए हैं। शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक भर्ती के 25 अंक का वेटेज मिलेगा। वेटेज अंकों के सहारे शिक्षामित्रों का चयन लगभग पक्का है।
मेरिट में टॉप में आने के साथ शिक्षामित्र अनारक्षित 50 फीसदी पर सीटों चयनित हो जाएंगे। यूपीटीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष अनुराग सिंह का कहना है कि इसके चलते यह अनारक्षित कोटे की 25 प्रतिशत से ज्यादा सीटों पर कब्जा कर लेंगे। बताया कि 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती में अनारक्षित वर्ग को 50 प्रतिशत सामान्य आरक्षण और 10 प्रतिशत हॉरिजंटल आरक्षण के बाद लगभग 31050 पद ही बच रहे हैं।
इसमें शिक्षामित्रों के अनारक्षित कोटे से चयन के बाद मात्र 23000 पद हो अनारक्षित को मिलेंगे, जो पूर्ण पदों का मात्र 33 प्रतिशत है और आरक्षण के प्रावधानों के खिलाफ है। उनका कहना है कि 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती में लगभग 10000 सीट पर ही सामान्य वर्ग के चयन की संभावना है। अनारक्षित सीटों पर ओवरलैपिंग न हो इसके लिए शिक्षामित्रों को अलग श्रेणी में नियुक्ति दी जाए।