मार्कशीट जारी होने के बाद 69000 शिक्षक भर्ती का विरोध धीरे-धीरे तेज होता जा रहा है। विरोध करने वालों का
कहना है कि मार्कशीट से इस भर्ती का पेपर लीक होने की बात स्पष्ट हो गई है। 150 नंबर के पूर्णाक में 142, 144
नंबर पाना बिना पेपर आउट हुए संभव नहीं है। छात्रों की ओर से गुरुवार को इस भर्ती को रद किए जाने की मांग को लेकर पोस्टर जारी किया गया।प्रतियोगी छात्रों ने पोस्टर के जरिए भर्ती परीक्षा को रद्द करने की मांग की.
है। इनकी मांग है की इस भर्ती की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। खास तौर से उन अभ्यर्थियों की जांच की जाए,
जिन्हें 130 से ज्यादा नंबर मिले हैं। दावा है कि गुरुवार को भर्ती के विरोध में न केवल प्रयागराज बल्कि प्रदेश के कई और जिलों में पोस्टर जारी किए गए हैं। विरोध करने वाले प्रतियोगी कुछ बिंदुओं पर जवाब भी मांग रहे हैं।
इनका कहना है कि वायरल आंसर की जांच रिपोर्ट में क्या हुआ, इसे स्पष्ट किया जाए। एफआईआर दर्ज होने के
बाद जिन लोगों को जेल भेजा गया, उनके लिंक से नकल माफियाओं को क्यों नहीं पकड़ा गया।
40 हजार अभ्यर्थियों का रिजल्ट घोषित न किए जाने के आखिर क्या- क्या कारण हैं, इसे स्पष्ट किया जाए। दस विवादित प्रश्नों पर पीएनपी की ओर से स्पष्टीकरण दिया जाए। 69 हजार शिक्षक भर्ती न्याय मोर्चा के संयोजक सुनील मौर्य का कहना है कि 40 हजार अभ्यर्थियों के रिजल्ट को घोषित न किया जाना भी भ्रष्टाचार का ही हिस्सा है।
कहना है कि मार्कशीट से इस भर्ती का पेपर लीक होने की बात स्पष्ट हो गई है। 150 नंबर के पूर्णाक में 142, 144
नंबर पाना बिना पेपर आउट हुए संभव नहीं है। छात्रों की ओर से गुरुवार को इस भर्ती को रद किए जाने की मांग को लेकर पोस्टर जारी किया गया।प्रतियोगी छात्रों ने पोस्टर के जरिए भर्ती परीक्षा को रद्द करने की मांग की.
जिन्हें 130 से ज्यादा नंबर मिले हैं। दावा है कि गुरुवार को भर्ती के विरोध में न केवल प्रयागराज बल्कि प्रदेश के कई और जिलों में पोस्टर जारी किए गए हैं। विरोध करने वाले प्रतियोगी कुछ बिंदुओं पर जवाब भी मांग रहे हैं।
इनका कहना है कि वायरल आंसर की जांच रिपोर्ट में क्या हुआ, इसे स्पष्ट किया जाए। एफआईआर दर्ज होने के
बाद जिन लोगों को जेल भेजा गया, उनके लिंक से नकल माफियाओं को क्यों नहीं पकड़ा गया।
40 हजार अभ्यर्थियों का रिजल्ट घोषित न किए जाने के आखिर क्या- क्या कारण हैं, इसे स्पष्ट किया जाए। दस विवादित प्रश्नों पर पीएनपी की ओर से स्पष्टीकरण दिया जाए। 69 हजार शिक्षक भर्ती न्याय मोर्चा के संयोजक सुनील मौर्य का कहना है कि 40 हजार अभ्यर्थियों के रिजल्ट को घोषित न किया जाना भी भ्रष्टाचार का ही हिस्सा है।