शिक्षक भर्ती घोटाले में अभी भी फरार है माया, एसटीएफ को मिले कई बड़े सबूत, खुलेंगे अहम राज

लखनऊ. उत्तर प्रदेश की 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में नामजद आरोपी मायापति दुबे अभी भी फरार है और उसकी तलाश में पुलिस ने भदोही, प्रतापगढ़ समेत कई जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी की। मोबाइल बंद होने के कारण पुलिस मायापति को ट्रेस नहीं कर पा रही है। पुलिस ने उसके कई जाननेवालों से पूछताछ की है और उनको चेतावनी दी कि अगर किसी ने मायापति को छिपाया तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी।


आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज

दरअसल इस शिक्षक भर्ती में प्रतापगढ़ के अभ्यर्थी राहुल सिंह ने डॉ कृष्ण लाल पटेल समेत आठ के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें मायापति दुबे भी आरोपी है। पुलिस ने बाकी सात आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया लेकिन मायापति अभी भी फरार है। भर्ती में 150 में से 142 अंक पाने वाले अभ्यर्थी धर्मेंद्र पटेल ने पुलिस को बताया था कि वह मायापति की मदद से ही पास हुआ था। इस बीच जेल भेजे गए डॉ कृष्ण लाल पटेल और लेखपाल संतोष के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए सोरांव पुलिस ने रिपोर्ट भेज दी है।
असली अनामिका से भी पूछताछ
वहीं दूसरी तरफ एक साथ कई जिलों में अनामिका शुक्ला के नाम से नौकरी करने के मामले की छानबीन करने के लिए एसटीएफ ने असली अनामिका शुक्ला से मिलकर कई सबूत जुटाए। अनामिका का बयान भी एसटीएफ ने दर्ज किया। आईबी ने भी अनामिका शुक्ला से जुड़े सबूत जुटाने के लिए 2019 में आवेदन पत्र की मूल प्रति मिलाकर देखी और इसकी कॉपी का एक सेट साथ ले गई। इस बीच कई जिलों में अनामिका शुक्ला मामले की जांच तेज हो गई है।