अब किसी भी क्लास में पढ़ाने के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (Teachers Eligibility Test) पास करना अनिवार्य किया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने यह फैसला किया है।
एनसीटीई ने इसके लिए दिशानिर्देश व टेस्ट पैटर्न तैयार करने के लिए कमिटी गठित कर दी है। स्कूलों में क्वालिटी एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए और शिक्षकों को अपग्रेड करने के लिए एनसीटीई यह तैयारी कर रहा है।
क्लास 1 से लेकर 12वीं तक, सभी स्कूल टीचर्स के लिए अब टीईटी (TET) या सीटीईटी (CTET) पास होना जरूरी होगा। अब तक टीईटी की अनिवार्यता सिर्फ क्लास 1 से 8वीं तक के लिए थी। 9वीं से 12वीं यानी पोस्ट ग्रेजुएट टीचर्स (PGT) के लिए इसकी जरूरत नहीं होती थी।
केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) के रिटायर्ड एडिशनल कमिश्नर और नवोदय विद्यालय समिति (NVS) के सलाहकार यूएन खावरे (UN Khaware) ने कहा कि 'इस फैसले से टीचर एजुकेशन के क्षेत्र में हो रहे फर्जीवाड़ों पर लगाम लगाया जा सकेगा। देश में हजारों बीएड (B.Ed) कॉलेज हैं। गलत तरीके से इनसे बीएड की डिग्री ले लेना आम बात हो गई है। टीईटी अनिवार्य होने से अच्छे शिक्षक चुनकर आएंगे।