महराजगंज। मनोज त्रिपाठी
परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में तैनात नव नियुक्त शिक्षकों के लिए अच्छी खबर है। जिन शिक्षकों को सत्यापन के अभाव में अभी सेलरी नहीं मिली है, ऐसे शिक्षकों को बीएसए कार्यालय में एक शपथ पत्र देना है कि आनलाइन आवेदन के समय जो शैक्षणिक दस्तावेज जमा किए हैं वह सही है। फर्जी नहीं है। इसी शपथ पत्र के आधार पर वेतन भुगतान का आदेश जारी होगा। शपथ पत्र देने के बाद अगर किसी नव नियुक्त शिक्षक के दस्तावेज में फर्जीवाड़ा मिला तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी जाएगी।
69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के दो चरण में 1412 शिक्षकों की प्राइमरी स्कूल में नियुक्ति हुई है। पहले चरण में करीब सभी शिक्षकों को वेतन मिलना शुरू हो गया है, लेकिन दूसरे चरण में पिछले साल दिसंबर माह में ही नियुक्ति पत्र पाए शिक्षकों अभी तक वेतन नहीं मिल पाया है। 50 फीसदी शिक्षक वेतन से वंचित हैं।
विश्वविद्यालय बंद होने से नहीं हो पा रहा सत्यापन
बेसिक शिक्षा विभाग नव नियुक्त शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र का सत्यापन कराने के लिए बोर्ड व विश्वविद्यालय को पत्र भेजा है। लेकिन कोरोना महामारी के चलते विश्वविद्यालय बंद हैं। इस वजह से सत्यापन नहीं हो पा रहा है। चार शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के सत्यापन के बाद ही वेतन भुगतान का निर्देश है। दूसरे चरण के करीब करीब सात सौ शिक्षकों का वेतन सत्यापन के अभाव में रुका हुआ है। इसके लिए शासन से मार्गदर्शन मांगा गया था। जिसका संज्ञान लेते हुए अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने महानिदेशक स्कूली शिक्षा को परिषदीय विद्यालय में नव नियुक्त शिक्षकों के वेतन भुगतान के लिए दिशा निर्देश जारी किया है।
प्राइमरी स्कूलों में नियुक्त शिक्षकों का शैक्षणिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन में विलंब के चलते वेतन भुगतान में दिक्कत आ रही थी। इसके लिए शासन का दिशा निर्देश मिल गया है। शपथ पत्र के आधार पर विभागीय आदेश का अनुपालन कराया जाएगा।
ओपी यादव-बीएसए