टीजीटी-2021 परीक्षा:- डीआइओएस सहित प्रधानाचार्य निलंबित

 अंबेडकरनगर : टांडा के किसान इंटर कालेज में सुचिता भंग होने की अफवाहों के चलते शनिवार को प्रथम पाली की परीक्षा के बाधित होने में परीक्षा आयोजक जिला विद्यालय निरीक्षक उदय प्रकाश मिश्र, केंद्र पर तैनात

पर्यवेक्षक जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी शशांक सिंह और केंद्र व्यवस्थापक रहे कालेज के प्रधानाचार्य गिरीशचंद्र वर्मा को दोषी पाया गया है। जांच के बाद मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल और जिलाधिकारी सैमुअल पॉल की संस्तुति पर इन तीनों आरोपितों को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा यहां स्टेटिक मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात रहे नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा के अधिशासी अधिकारी पर भी कार्रवाई की संस्तुति शासन को भेजी गई है।



शनिवार को टांडा के किसान इंटर कालेज पकड़ी में टीजीटी परीक्षा के प्रथम पाली में ही प्रश्नपत्र लीक होने की अफवाह के बाद परीक्षार्थियों ने प्रदर्शन करते हुए परीक्षा का बहिष्कार कर दिया था। मंडलायुक्त, आइजी व डीएम, एसपी के समझाने के बाद भी परीक्षार्थी बिना इम्तिहान दिए लौट गए। जांच में पाया गया कि परीक्षा आयोजक और केंद्र के अधिकारियों ने समय रहते अफवाह को नियंत्रित कर परीक्षार्थियों को समझाया होता तो ऐसी स्थिति नहीं बनती। संयुक्त शिक्षा निदेशक अयोध्या मंडल अर¨वद कुमार पांडेय ने कालेज का प्रबंधतंत्र भंग कर दिया है। डा. तारा वर्मा को कंट्रोलर बनाया गया है।

रायबरेली : परीक्षा के दौरान नकल करते पकड़ी गई युवती से मिला इलेक्ट्रानिक डिवाइस व सिम कार्ड स्रोत: ’ पुलिस विभाग

मास्क में लगे डिवाइस के जरिये पूछ रही थी उत्तर

जासं, रायबरेली : रविवार को जीजीआइसी में युवती को इलेक्ट्रानिक डिवाइस के साथ नकल करते पकड़ा गया। उसके कान में ब्लूटूथ और मास्क में इलेक्ट्रानिक डिवाइस लगी थी। अभ्यर्थी संग परिसर में घूम रहे जीजा को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। दूसरी पाली में परीक्षा केंद्र बने जीजीआइसी के कक्ष संख्या तीन में एक महिला अभ्यर्थी को शिक्षकों ने इलेक्ट्रानिक डिवाइस के साथ पकड़ा। मास्क में लगे डिवाइस से वह किसी से बात कर रही थी, तभी दबोच लिया गया और कमरे से बाहर ले जाकर बैठा दिया। जांच के दौरान कान में छोटा ब्लूटूथ भी लगा मिला। पूछताछ के बाद अभ्यर्थी को पुलिस के सिपुर्द कर दिया। इस बारे में एसपी श्लोक कुमार ने बताया कि युवती को कैंसर है। उसकी शादी नहीं हुई। किसी ने उसे प्रलोभन दिया कि नौकरी लगवा देंगे। वह उसके झांसे में आ गई। इस प्रकरण में जो भी लोग शामिल हैं, उनका पता लगाया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक परीक्षा (टीजीटी) में सेंधमारी के लिए आए साल्वर गैंग से जुड़े 10 और गुर्गो को पकड़ा गया है। इनमें एक महिला भी है। कीडगंज पुलिस ने यह गिरफ्तारी की है। पकड़े गए लोगों से ब्लूटूथ डिवाइस, इयर माइक, 13 अभ्यर्थियों के प्रवेशपत्र की फोटोकापी, 18 हजार रुपये नगद बरामद हुआ है। सभी आरोपित बिहार के हैं, जबकि सरगना प्रयागराज का रहने वाला है और फरार है।

सीओ (तृतीय) आस्था जायसवाल ने बताया कि केंद्र के बाहर फोर्स लगाई गई थी, ताकि संदिग्ध लोगों की पहचान की जा सके। दूसरी पाली की परीक्षा में केएन काटजू स्कूल में बनाए केंद्र के पास कुछ संदिग्ध खड़े थे। यहां सनोज नामक युवक की तलाशी में नकल करने के उपकरण बरामद हुए। पूछताछ में उसने बताया कि कुछ और लोग अलग-अलग केंद्रों पर परीक्षा देने जा रहे हैं। इसके बाद दूसरी टीमों को गिरफ्तारी के लिए लगाया गया। यह पता चलने पर कि गिरोह के नौ गुर्गे नेतानगर मोहल्ला स्थित पार्क में हैं तो सभी को घेरकर पकड़ लिया गया। उन्हें प्रयागराज के ही शख्स ने काम सौंपा था।

लखनऊ में कोचिंग पढ़ाने वाला पकड़ा गया
सीतापुर : राजकीय इंटर कालेज केंद्र में दूसरे अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देते साल्वर दबोचा गया है। गिरफ्तार युवक धर्मेंद्र बिजनौर शहर के पृथ्वीपुर का है, वह बीटेक है। कमलापुर के दरियापुर के अभ्यर्थी उपेंद्र कुमार के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। उसने बताया है कि वह लखनऊ में लेखराज मार्केट, संजय गांधी पुरम में किराए के मकान में रहता है और वहीं न्यू-वे कोचिंग में पढ़ाता है। कोचिंग संचालक चंद्र शेखर द्विवेदी निवासी इंदिरा नगर, रवींद्र पल्ली नीलगिरि है। कोचिंग में ही उसे मुंशी पुलिया निवासी जितेंद्र ने अभ्यर्थी से मिलवाया था।


टीजीटी में 84.55 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा
प्रयागराज : टीजीटी-2021 परीक्षा के दूसरे दिन अभ्यर्थी उत्साहित नजर आए। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड द्वारा दो पालियों में आयोजित इस परीक्षा में 84.55 प्रतिशत उपस्थिति रही। चयन बोर्ड ने रविवार की परीक्षा के लिए 339917 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किया था। इसमें से 287427 परीक्षा में शामिल हुए। पहली में 448 व दूसरी पाली की परीक्षा 276 केंद्रों पर आयोजित हुई।


 प्रयागराज : टीजीटी में पकड़ाए साल्वर गैंग में देहरादून स्थित एजी आफिस का आडीटर अमित वर्मा भी है। उसकी पत्नी भी अलग-अलग प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थी से लाखों रुपये लेकर उनके नाम पर परीक्षा देती है। आडीटर मूलरूप से फतेहपुर का निवासी है। दोनों की तलाश चल रही है।

शनिवार को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने साल्वर गैंग के सरगना समेत नौ लोगों को प्रयागराज व कौशांबी से गिरफ्तार किया था। गिरोह के सरगना धर्मेंद्र कुमार उर्फ डीके और गुर्गों से पूछताछ में पता चला है कि अमित वर्मा पेपर आउट कराकर उन्हें उपलब्ध करवाता था। उसने टीजीटी का पर्चा दिलाने की बात कही थी। हालांकि, इस बार उसने प्रयागराज न आकर देहरादून से इंटरनेट मीडिया के जरिए ही पेपर साल्व करने की बात कही थी। डीके और अमित के बीच वाट्सएप पर हुई चैटिंग एसटीएफ के हाथ लगी है। एसटीएफ अमित के मोबाइल की काल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) निकलवा रही है। माना जा रहा है कि विवरण मिलनेके बाद गैंग के अन्य गुर्गो के बारे में भी पता लग जाएगा।