उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) भर्ती परीक्षा का आयोजन इस बार ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया है। साक्षात्कार खत्म कर केवल लिखित परीक्षा के माध्यम से चयन की व्यवस्था होने से भर्ती परीक्षा में सेंध लगाने वाला गिरोह ज्यादा सक्रिय हो गया है। सॉल्वर गैंग से इस बार एसटीएफ को भी पसीना छुड़ा दिया।
केंद्र सरकार के फैसले के बाद प्रदेश सरकार ने भी तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के सभी पदों पर साक्षात्कार की व्यवस्था समाप्त करने का फैसला लिया था। इस फैसले के बाद चयन बोर्ड ने भी टीजीटी परीक्षा से साक्षात्कार समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया। इसके बाद अभ्यर्थी भी एक ही परीक्षा से सीधे नौकरी के लालच में अपना सब कुछ दांव पर लगाने को तैयार हो जा रहे हैं। शासन को इन स्थितियों का अंदेशा भी था। यही वजह है कि परीक्षा से पहले ही एसटीएफ की सभी फील्ड इकाइयों को परीक्षा पर कड़ी नजर रखने की जिम्मेदारी दे दी गई थी।
टीजीटी परीक्षा में शनिवार को ही आधा दर्जन जिलों में सॉल्वर गैंग से जुड़े
लोग पकड़े गए। अकेले प्रयागराज व अंबेडकरनगर में 13 लोग गिरफ्तार किए गए।
सॉल्वर गैंग ने परीक्षा में गड़बड़ी के लिए जिलों के ग्रामीण इलाकों में
स्थित विद्यालयों को अपना ठिकाना बनाया। परीक्षा के बाद चयन बोर्ड को
शिक्षक संगठनों की तरफ से सुझाव भेजे जा रहे हैं कि ऐसी परीक्षाएं जिला
मुख्यालयों पर स्थित केवल ऐसे विद्यालयों में कराई जाएं, जहां नकल रोकने के
लिए पर्याप्त प्रबंध किए जाएं।