नवनियुक्त अध्यापकों को स्कूल आवंटन न होने से परेशानी

 नवनियुक्त अध्यापकों को स्कूल का आवंटन न होने से अभी बेसिक शिक्षा कार्यालय में हाजिरी देनी पड़ रही है। शासन से अभी तक स्कूल आवंटन न होने से अध्यापकों को नजदीक और दूर के स्कूल पाने की आशंका सताए हुए हैं।

गैर जनपद से तैनात अध्यापकों को स्कूल आवंटन न होने से उन्हें मुख्यालय पर होटलों में रहना पड़ रहा है। ऐसे में महंगाई के इस दौर में नवनियुक्त अध्यापकों की जेब भी खाली हो चुकी है। 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत तीसरे चरण में जिले में 73 अध्यापकों की तैनाती हुई है। इन अध्यापकों को अभी शासन से स्कूल आवंटन न होने के कारण बेसिक शिक्षा कार्यालय में प्रतिदिन हाजिरी देनी पड़ रही है। स्कूल निर्धारित न होने से सभी अध्यापक मुख्यालय पर ही होटल, लॉज व रेस्टोरेंट में रहकर समय काट रहे हैं। नवनियुक्त अध्यापकों की मानें तो परमानेंट कमरा इसलिए नहीं ले रहे हैं कि जिले के किस कोने में तैनाती हो, उसके अनुरूप नजदीक के क्षेत्र में कमरा लेना पड़ेगा। नवनियुक्त अध्यापकों का कहना है कि उनके पास बचत का सारा धन खर्च हो चुका है। वेतन भी अभी मिलने की दूर-दूर तक उम्मीद नहीं दिख रही है। ऐसे में स्कूल आवंटन हो जाए तो सस्ते में नजदीक में कहीं किराए का कमरा लेकर कार्य कर सकें। शिक्षकों की मानें तो 600 से 700 होटल लाज का प्रतिदिन किराया देना पड़ रहा है। एक महिला अध्यापिका ने बताया कि वह पश्चिमांचल क्षेत्र की रहने वाली हैं। ऐसे में क्षेत्र नया होने के कारण अपने परिवार के साथ एक होटल में कमरा लिया है, जो काफी महंगा पड़ रहा है। परिवार के पास इतनी आमदनी भी नहीं है कि उसका वहन किया जा सके, लेकिन किसी तरह से स्कूल आवंटन न होने तक काम चलाया जा रहा है। इस संबंध में बेसिक शिक्षाधिकारी डा. रामचंद्र ने बताया कि जिले में 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत तीसरे चरण में चयनित नवनियुक्त अध्यापकों को जल्द स्कूल आवंटित किए जाएंगे। शासन से शिक्षक विहीन और एकल शिक्षक वाले स्कूलों की सूची मांगी गई है, जिसे उपलब्ध कराया जा चुका है।