सिद्धार्थनगर में मारपीट के मामले में दो शिक्षक निलंबित,शिक्षामित्र का रोका गया मानदेय

 सिद्धार्थनगर जिले के खुनियांव विकास खंड प्राथमिक विद्यालय अगरडीडीह की महिला शिक्षामित्र द्वारा प्रभारी प्रधानाध्यापक को चप्पल से पीटने से जुड़े प्रकरण में बीएसए राजेंद्र सिंह ने दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया। शिक्षामित्र का अग्रिम आदेश तक मानदेय बाधित कर दिया गया है। इंटरनेट मीडिया पर कई दिनों से वायरल हो रहे वीडियो से विभाग की हो रही किरकिरी को देखते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने यह कार्रवाई की है।



प्रधानाध्‍यापक को निलंबित कर बीआरसी भनवापुर से किया गया संबद्ध
वीडियो में महिला शिक्षामित्र से मार खाते हुए दिखते प्रधानाध्यापक को निलंबित कर बीआरसी भनवापुर पर संबद्ध किया गया है। इनके ऊपर महिला शिक्षामित्र से छेड़छाड़ करना व जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करना, विभाग की छवि धूमिल करने सहित आरोप लगाए गए हैं।

सहायक अध्‍यापक तेजपाल सिंह को भी किया गया निलंबित
सहायक अध्यापक तेजपाल सिंह को महिला शिक्षामित्र से हुए विवाद का वीडियो बनाना व वायरल करना, उपस्थिति पंजिका पर फर्जी हस्ताक्षर बनाना, प्रभारी प्रधानाध्यापक के साथ मारपीट करना व साथी अध्यापकों व उच्चाधिकारियों पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने जैसे कई गंभीर आरोप लगाते हुए निलंबित किया गया है। निलंबन के दौरान इन्हें बीआरसी लोटन पर संबद्ध किया गया है।

महिला शिक्षामित्र का रोका गया मानदेय

वायरल वीडियो में चप्पल से प्रभारी प्रधानाध्यापक को पीटते दिखने वाली महिला शिक्षामित्र का मानदेय अग्रिम आदेश तक रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है और विभाग की छवि धूमिल करने के लिए सेवा से पृथक करने की चेतावनी दी गई है। सभी कार्रवाई बीएसए ने बीईओ खुनियांव कुंवर विक्रम पांडेय की जांच आख्या पर की है।

यह प्रकरण बेहद ही शर्मनाक

बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेंद्र सिंह ने कहा कि यह प्रकरण बेहद ही शर्मनाक है। इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए। जब शिक्षकों में ही विवाद होगा तो बच्चों पर क्या असर पड़ेगा। कहा की इस प्रकरण में बीईओ खुनियांव के जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई है।