सिद्धार्थनगर |
बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी करते पकड़े गए बर्खास्त 103 शिक्षकों में अब तक 95 लोगों पर मुकदमा दर्ज हो सका है। आठ शिक्षकों पर विभाग मेहरबान है। इन शिक्षकों के बर्खास्तगी को साल भर से अधिक का समय बीत रहा है बावजूद अब तक केस दर्ज नहीं हो सका है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने सख्ती के साथ केस दर्ज कराने का भी आदेश दिया है। बावजूद इसक अब तक केस दर्ज नहीं हुआ।
दरअसल जिले में परिषदीय विभाग में पिछले कई सालों से फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी करने का खेल चल रहा है। इस मामले में अब तक 103 शिक्षकों को फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी करते पकड़ा गया। इसमें से 50 शिक्षकों पर पहले ही केस दर्ज हो चुका है, 53 बचे थे। अप्रैल माह में महानिदेशक स्कूल शिक्षा रहे विजय किरण आनंद ने गूगल मीट के जरिए सभी बर्खास्त फर्जी शिक्षकों पर केस दर्ज कराने का
आदेश दिया था। वर्तमान बीएसए राजेंद्र सिंह के कार्यकाल में 53 फर्जी शिक्षकों में से 45 पर केस दर्ज हो चुका है पर अब तक आठ फर्जी शिक्षकों पर कैस दर्ज नहीं हुआ।
दो शिक्षकों के तैनाती स्थल का पता नहीं फर्जी शिक्षकों पर विभागीय मेहरबानी जोरशोर से है। बर्खास्त शिक्षक अश्वनी सिंह व मान सिंह किस ब्लॉक के किस प्राथमिक विद्यालय पर तैनात हैं, इसकी बीआरसी ने बीएसए कार्यालय को जानकारी देना उचित ही नहीं समझा। इसे लेकर अंदर खाने में पूछताछ चल रही है।
बर्खास्त 103 फर्जी शिक्षकों में 95 लोगों पर मुकदमा हो चुका है। आठ शिक्षकों पर अभी मुकदमा दर्ज सका है। ब्लॉकों को रिमाइंडर भेजा जा रहा है। जल्दी ही मुकदमा दर्ज हो जाएगा। ब्लॉकों से दो शिक्षकों की डिटोल न मिलने से तैनाती स्थल की जानकारी नहीं हो सकी है।
राजेंद्र सिंह, बीएसए
0 Comments