प्रयागराज : माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड की फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी करने वाले गैंग का साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने सोमवार को यहां राजफाश किया। सरगना समेत गिरोह के दो गुर्गो की गिरफ्तारी हुई है। उनसे 567 अभ्यर्थियों के आवेदन मिले हैं। लैपटॉप, सात मोबाइल, एक टेबलेट, नौ एटीएम कार्ड की बरामदगी हुई है। बैंक खाते में दो लाख से अधिक रुपये होने की जानकारी सामने आई है।
पिछले दिनों माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड की फर्जी वेबसाइट बनाकर 24178 शिक्षक और कर्मचारियों की भर्ती के नाम पर फर्जीवाड़े का मामला सामने आया था। शिक्षकों के 17486, स्टाफ के 3800 और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के 2892 पदों के लिए वेबसाइट upssb.org पर 11 सितंबर से 10 अक्तूबर तक आनलाइन आवेदन मांगे गए। शैक्षिक योग्यता क्रमश: परास्नातक, स्नातक और इंटरमीडिएट रखी गई। दो चरणों में लिखित परीक्षा व साक्षात्कार के माध्यम से नियुक्ति की बात थी। फर्जीवाड़े की जानकारी मिलने पर माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के उपसचिव ने मामले में कर्नलगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। साइबर क्राइम थाने को भी जांच में लगाया गया था। सोमवार को प्रभारी निरीक्षक राजीव तिवारी ने हमराहियों के साथ सचिन कुमार उर्फ ललित उर्फ कालू निवासी नगला केवल थाना देहात कोतवाली एटा और साहिल श्रीवास्तव निवासी छतौना कला लंभुआ थाना चांदा सुलतानपुर को गिरफ्तार कर लिया। आइजी केपी सिंह ने बताया कि सचिन गैंग का सरगना है। उसने जो फर्जी वेबसाइट www.upssb.org बनाई थी, इसमें ई हटा दिया था। बोर्ड की अधिकृत वेबसाइट www.upsessb.org है। फर्जी वेबसाइट बनाकर युवक-युवतियों ठगा।
पहले भी की 50 लाख की ठगी: फर्जी वेबसाइट बनाकर पहले भी दोनों आरोपित 50 लाख से अधिक की ठगी कर चुके हैं। पुलिस को बताया कि उन्होंने सीआरडीओ की फर्जी वेबसाइट बनाकर आराम से लाखों का खेल कर दिया था। महिला मित्र के खाते में पेमेंट कराते थे। गैंग के अन्य गुर्गो की तलाश की जा रही है।
’>>शातिरों से 567 आवेदन किए गए बरामद
’>>खाते में मिले दो लाख से अधिक रुपये
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