प्रयागराज : प्रश्नपत्र लीक होने के कारण रद की गई 28 नवंबर की उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) 23 जनवरी को कराई जानी है। नकलविहीन और शुचितापूर्ण परीक्षा कराने के लिए शासन ने जनपद स्तरीय समिति गठित कर केंद्र निर्धारण के लिए जिलाधिकारी को जवाबदेह बनाया था। इसके लिए पूर्व में बनाए गए केंद्रों का पुनरावलोकन कराया जाना था, लेकिन जिलों ने परीक्षा केंद्रों की जो सूची उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव को भेजी है, उसमें कई जिलों ने संशोधन नहीं किया है। इससे नकलविहीन परीक्षा कराना चुनौती होगी।
उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय को परीक्षा केंद्रों की जो सूची उपलब्ध कराई गई, उसमें कई जनपदों ने कोई बदलाव नहीं किया है। कुछ जनपदों ने महाविद्यालय और विवि का नाम भी परीक्षा केंद्रों की सूची में दिया है। यूपीटीईटी में 21,65,181 परीक्षार्थी दोनों पालियों की परीक्षा में सम्मिलित होंगे। इतनी बड़ी संख्या को देखते हुए परीक्षा केंद्रों का निर्धारण शुचितापूर्ण किया जाना जरूरी है।
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