प्रयागराज , उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्य की भर्ती सिर्फ साक्षात्कार से कराए जाने की परंपरा को खत्म करने की तैयारी में है। नई भर्ती में साक्षात्कार से पहले लिखित परीक्षा कराए जाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इससे साक्षात्कार में मनमाना नंबर देकर चयनित कराने के खेल पर पूर्ण विराम लग जाएगा। चयन बोर्ड इस आशय का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजेगा।
मंजूरी मिलने पर नई भर्ती में साक्षात्कार से पहले लिखित परीक्षा अनिवार्य हो जाएगी। चयन बोर्ड में इस समय वर्ष 2013 के 632 पदों पर प्रधानाचार्य भर्ती के लिए मंडलवार साक्षात्कार की प्रक्रिया चल रही है। इसके पहले चयन बोर्ड ने वर्ष 2011 की प्रधानाचार्य भर्ती के शेष रह गए छह मंडलों गोरखपुर, मुरादाबाद, चित्रकूट, मेरठ, बस्ती और अयोध्या का परिणाम जारी किया। इन मंडलों का साक्षात्कार पहले आयोजित किया जा चुका था, लेकिन उस समय साक्षात्कार की सूचना देने के तय नियम 21 दिन के पहले साक्षात्कार कराने के कारण चयन बोर्ड ने परिणाम रोक दिया था। बाद में हाईकोर्ट के निर्देश पर चयन बोर्ड के सदस्यों ने पूर्व में हुए साक्षात्कार के आधार पर परिणाम तैयार किया। परिणाम तैयार किए जाते समय सामने आया कि साक्षात्कार में अंक देने में मनमानी की गई थी। अनुमान इसी से लगा सकते हैं कि किसी अभ्यर्थी को पूर्णाक अंक 75 में से 70-72 तक तो किसी को सिर्फ चार से छह, सात तक ही अंक दिए गए थे। इस स्थिति को देखते हुए चयन बोर्ड ने प्रधानाचार्य भर्ती में लिखित परीक्षा को भी शामिल करने पर मंथन किया।
’वर्ष 2011 की प्रधानाचार्य भर्ती में मनमाने नंबर के खेल से चयन बोर्ड नई राह पर ’
प्रस्ताव को शासन की मंजूरी मिली तो साक्षात्कार से अंतिम होगी 2013 की भर्ती