बेरोजगारी का आलम यह है कि छह हजार की चौकीदारी के लिए लाइन में ग्रेजुएट भी

बेरोजगारी का आलम यह है कि चौकीदारी के लिए स्नातक भी लाइन में लगे हैं। जिले के संचालित 20 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में चौकीदार के दो पदों के लिए पिछले साल 15 जुलाई तक ऑफलाइन आवेदन मांगे गए थे। चौकीदार पद पर नियुक्ति के लिए न्यूनतम योग्यता 8वीं पास होना था। 25 से 45 आयु वर्ग के अभ्यर्थियों से आवेदन मांगे गए थे। चयन होने पर प्रतिमाह 5750 रुपये मानदेय मिलेगा।


दो पदों के लिए कुल 43 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था लेकिन 15 अभ्यर्थियों के आवेदन पत्र निरस्त कर दिए गए थे। दस्तावेजों की जांच के बाद 28 अभ्यर्थी ही अर्ह मिले। इनमें से चार स्नातक पास हैं जबकि इंटरमीडिएट पास 11 अभ्यर्थियों ने भी फॉर्म भरा था। हालांकि आठ महीने बाद भी चयन प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी का कहना है कि एमएलसी चुनाव की अधिसूचना लागू होने के कारण चयन रुका हुआ है।

अधिसूचना समाप्त होने के बाद पूर्णकालिक शिक्षिका के 36, अंशकालिक शिक्षक/शिक्षिका के 20, लेखाकार के दो, मुख्य रसोइया के दो, सहायक रसोइया के छह और चौकीदार के पदों का चयन कर लिया जाएगा। शिक्षिका व लेखाकार का चयन शैक्षणिक मेरिट के आधार पर जबकि मुख्य व सहायक रसोइया और चौकीदार का चयन साक्षात्कार के माध्यम से हो
बेरोजगारी

● कस्तूरबा विद्यालयों के लिए मांगे थे आवेदन

● चौकीदार के लिए 8वीं पास आवश्यक अर्हता

● दो पदों के लिए 28 अभ्यर्थियों ने भरा था फॉर्म

● इनमें चार स्नातक, 11 इंटरमीडिएट पास अभ्यर्थी

● हर महीने 5750 रुपये मानदेय पर रखे जाने हैं