बिजनौर। भले ही सरकार गरीब बच्चों को शिक्षित करने के लिए करोड़ों रुपया खर्च कर रही है, लेकिन धरातल पर हकीकत कुछ और ही है। जी हां निजी स्कूल में पढ़ रहे बच्चों को भी सरकारी पाठशाला में पंजीकृत कर लिया गया है। अपने ही स्कूल का राज शिक्षिकाओं ने खोल दिया। उन्होंने प्रधानाध्यापिका पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- यूपी : सहायक अध्यापकों के अंतर्जनपदीय तबादले जल्द होंगे, ऑनलाइन ही किए जाएंगे ट्रांसफर, जानिए क्या कहा बेसिक शिक्षा मंत्री जी ने
- नोटिस आदेश : इस जिले में 39 विद्यालयों को बीएसए का नोटिस जारी, जानें क्या है मामला
- खुशखबरी: शिक्षकों व कर्मचारियों को मार्च का वेतन मिलने का रास्ता साफ, नए वित्त वर्ष में थी देरी की संभावना
- महिला शिक्षामित्र का मानदेय हुआ बहाल, बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जारी किया आदेश- जानें क्या है मामला
- 68500 गलत जिला आवंटन संबंधी विज्ञप्ति हुई जारी ,2- से 4 अप्रैल को ऑनलाइन लिए जाएंगे आवेदन, देखें
- नवंबर में लीक हुआ था टीईटी पेपर: नकल माफिया बोर्ड परीक्षा से लेकर टीईटी और यहां तक यूपी लोक सेवा आयोग की भर्ती परीक्षाओं तक में सक्रिय
शिक्षिकाओं ने डीएम उमेश मिश्रा और बीएसए जयकरन यादव से शिकायत कर जांच की मांग की है।
प्राथमिक विद्यालय हीमपुर प्रथम की सहायक शिक्षिका मोहिनी देशवाल, शिक्षामित्र सोनिका और प्रिया वर्मा ने डीएम को शिकायती पत्र दिया। जिसमें कहा गया कि उनके स्कूल की मुख्य अध्यापिका मिड डे मील रजिस्ट्रर में उपस्थिति बढ़ाकर सरकारी धन का दुरुपयोग कर रही हैं। विद्यालय में फर्जी नामांकन करते हुए सरकार को चूना लगाने का काम किया जा रहा है। इनमें कई बच्चें निजी स्कूलों में पढ़ रहे हैं। कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आरोप है कि शिकायत करने पर उनका मानसिक उत्पीड़न और अभद्र व्यवहार किया जा रहा है। बीएसए जयकरन यादव ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी, खंड शिक्षा अधिकारी स्कूल में पहुंचकर जांच करेंगे।
- खुशखबरी: केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता तीन प्रतिशत बढ़ा
- मंत्री ही देंगे कैबिनेट में प्रस्तुति:- योगी के स्पष्ट संकेत, विभाग के लिए मंत्री ही होंगे जवाबदेह
- एमएलसी चुनाव बाद नौकरशाही में फेरबदल, आइएएस व पीसीएस अफसरों के होंगे तबादले
- सीएम ने कहा, एक भी बच्चा स्कूल से वंचित न रहे, परिषदीय स्कूलों में चलेगा स्कूल चलो अभियान