लखनऊ। प्रदेश के विभिन्न राजकीय मेडिकल कॉलेजों में दो साल के अंदर हुई करीब ढाई सौ से असिस्टेंट प्रोफेसरों में 88 ने अभी तक कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। इन सभी को डीजीएमई ने अंतिम नोटिस जारी किया
है। इन्हें चेतावनी दी है कि छह जुलाई तक कार्यभार ग्रहण नहीं किया तो उनकी नियुक्ति रद्द कर दी जाएगी।प्रदेश के विभिन्न राजकीय मेडिकल कॉलेजों के लिए लोकसेवा आयोग से वर्ष 2021 से मई 2023 के बीच करीब ढाई सौ असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति की गई। इन्हें मेडिकल कॉलेज आवंटित कर दिया गया। जून माह में संबंधित कॉलेजों में भेजे गए असिस्टेंट प्रोफेसरों की सूची तैयार की गई। इस दौरान पता चला कि 88 असिस्टेंट प्रोफेसरों ने कार्यभार ही ग्रहण नहीं किया है। अब इन सभी असिस्टेंट प्रोफेसरों को चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशक किंजल सिंह ने नोटिस भेजा है। इन्हें चेतावनी दी है कि छह जुलाई तक कार्यभार ग्रहण करने का अंतिम मौका दिया जा रहा है। इस तिथि तक कार्यभार ग्रहण नहीं करने वाले असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति निरस्त कर दी जाएगी। संबंधित पद के लिए आयोग को अलग से अधियाचन भेज दिया जाएगा।
शाहजहांपुर में होगी 52 पदों पर भर्ती स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय शाहजहांपुर में 52 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए हैं।
कहां के कितने असिस्टेंट प्रोफेसर
कार्यभार ग्रहण नहीं करने वाले असिस्टेंट प्रोफेसरों में राजकीय मेडिकल कॉलेज अंबेडकर नगर के 15, कन्नौज के 13, आजमगढ़ के 14, बदायूं के 12, सहारनपुर के 11, जालौन के आठ, बांदा के चार, कानपुर के तीन, मेरठ के दो, गोरखपुर के चार और झांसी के दो शामिल हैं। इसमें रेडियोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, एनोटॉमी, फिजियोलॉजी, एनेस्थीसियोलॉजी, जनरल सर्जरी, यूरोलॉजी, पीडियाट्रिक सर्जरी, न्यूरो सर्जरी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर शामिल हैं।