बीटीसी 2013 : उम्मीदों के सहारे, अभ्यर्थी बेचारे
जागरण संवाददाता, एटा: अब कोई आस ही नजर नहीं आ रही है। न तो प्रवेश मिल
रहा है और न ही कोई फरियाद सुन रहा है। अभ्यर्थी परेशान हैं। कुछ समझ नहीं आ
रहा कि भविष्य किस ओर जा रहा है। जी हां कुछ ऐसी ही मुसीबत में नजर आ रहे
हैं, बीटीसी 2013 में भाग लेने वाले अभ्यर्थी। डायट प्रशासन ने तो लॉलीपाप
थमाकर चुप करा दिया, लेकिन अब तक प्रवेश पर कोई फैसला न हो सका है।
अभ्यर्थी उम्मीदों के सहारे नजर आ रहे हैं।