उत्तर प्रदेश शिक्षक भर्ती विवाद में नया मोड़: अभी तक शिक्षक भर्ती विवाद के रूप में टेट धारक (बी0टी0सी, बी0एड ) तथा समायोजित शिक्षा मित्र मुख्य रूप से आमने-सामने थे।लेकिन समय की नजाकत देखिए लड़ाई 72825 (बी0एड ) बनाम 70,000 (बी0टी0सी, उर्दू बी0टी0सी,बी0एड विग्यान /गणित ) शुरू हो गई।
क्योंकि 70,000 की राज्य सरकार ने एकेडमिक मेरिट के आधार पर किया है। जो संशोधन हाईकोर्ट द्वारा शिक्षा मित्र समायोजन की तर्ज पर रद्द किया जा चुका है और राज्य सरकार ने उसे बचाने के लिये सुप्रीम कोर्ट में अपील कर दी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम आदेश के तहत 72825 की भर्ती टेट मेरिट से करवा दिया। सुप्रीम कोर्ट से फाइनल निर्णय आने के पहले ही कल तक जो टेट धारक शिक्षा मित्र समायोजन को सुप्रीम कोर्ट से रद्द करवाकर खुद नौकरी पाने की आस में थे। सफलता न मिलने पर उनकी निगाह 70000 पदों पर काबिज बी0टी0सी पर पड़ी और उन्होंने ने उसे भी आखिर चैलेंज ही कर दिया। अब मामला 72,825 बनाम 70,000 इसलिए हो गया क्योंकि दोनों में एक ही संशोधन वैध माना जाएगा अर्थात दोनों में से एक का जाना तय हो चुका है। लडाई रोमांचक हो गई है क्योंकि अब सभी को अपनी अपनी नौकरी बचानी है तथा सभी पर प्रहार बी0एड अचयनितो का है तथा इन्हीं से सभी को लडना है चाहे 72,825, 70,000 हो या फिर शिक्षा मित्र। हालांकि देर आये दुरुस्त आये....
शिक्षा मित्र हटाए जाऐगें कि नहीं यह निश्चित नहीं...
लेकिन एक ही कोर्ट द्वारा विरोधाभासी दो संशोधन वैध नहीं माने जाऐगें..
इसलिये 72825 अथवा 70,000 में से किसी एक का जाना लगभग तय है..... लगे रहो..
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ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
क्योंकि 70,000 की राज्य सरकार ने एकेडमिक मेरिट के आधार पर किया है। जो संशोधन हाईकोर्ट द्वारा शिक्षा मित्र समायोजन की तर्ज पर रद्द किया जा चुका है और राज्य सरकार ने उसे बचाने के लिये सुप्रीम कोर्ट में अपील कर दी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम आदेश के तहत 72825 की भर्ती टेट मेरिट से करवा दिया। सुप्रीम कोर्ट से फाइनल निर्णय आने के पहले ही कल तक जो टेट धारक शिक्षा मित्र समायोजन को सुप्रीम कोर्ट से रद्द करवाकर खुद नौकरी पाने की आस में थे। सफलता न मिलने पर उनकी निगाह 70000 पदों पर काबिज बी0टी0सी पर पड़ी और उन्होंने ने उसे भी आखिर चैलेंज ही कर दिया। अब मामला 72,825 बनाम 70,000 इसलिए हो गया क्योंकि दोनों में एक ही संशोधन वैध माना जाएगा अर्थात दोनों में से एक का जाना तय हो चुका है। लडाई रोमांचक हो गई है क्योंकि अब सभी को अपनी अपनी नौकरी बचानी है तथा सभी पर प्रहार बी0एड अचयनितो का है तथा इन्हीं से सभी को लडना है चाहे 72,825, 70,000 हो या फिर शिक्षा मित्र। हालांकि देर आये दुरुस्त आये....
शिक्षा मित्र हटाए जाऐगें कि नहीं यह निश्चित नहीं...
लेकिन एक ही कोर्ट द्वारा विरोधाभासी दो संशोधन वैध नहीं माने जाऐगें..
इसलिये 72825 अथवा 70,000 में से किसी एक का जाना लगभग तय है..... लगे रहो..
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