52 हजार बच्चों की पढ़ाई दांव पर

ब्यूरो/अमर उजाला, हापुड़ जिले के 700 परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले करीब 52, 000 बच्चों की शिक्षा दांव पर है। वजह, इन स्कूलोें में कार्यरत 80 फीसदी से ज्यादा शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव में लगा दी गई है। ऐसे में इन स्कूलों में पठन पाठन लगभग बंद है।
मार्च में इन बच्चों के फाइनल एग्जाम होने वाले हैं और अब तक इन स्कूलों में कोर्स तक पूरा नहीं हो सका है।
11 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। करीब 2200 शिक्षक पहले ही बीएलओ ड्यूटी में लगे हैं। कॉलेजों में प्रधानाचार्य, लिपिक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ही बचे थे, लेकिन अब इनकी भी ड्यूटी अलग-अलग कार्यों में लगा दी गई है। ऐसे में स्कूलों में पढ़ाई ठप हो गई है।

इंटर कॉलेजों का भी 80 फीसदी स्टाफ चुनाव ड्यूटी में है। ऐसे में अधिकांश कॉलेजों में शिक्षण कार्य बंद है। अब चुनाव तक विद्यालय में यही स्थिति रहेगी। कई प्रधानाचार्य डीआईओएस के पास ड्यूटी कटवाने की संस्तुति कराने भी पहुंचे। उनका कहना था कि उनका विद्यालय मतदान केंद्र बना है, इसके बाद भी उनकी ड्यूटी लगाई है। ऐसे में उनका अपने कॉलेज में रहना आवश्यक है।

कोर्स पहले ही पिछड़ा
चुनाव के चलते पढ़ाई में व्यवधान से कोर्स पूरा होने में देर हो रही है। चुनाव के बाद बोर्ड परीक्षा शुरू होनी है, ऐसे में दूसरी कक्षाओं का कोर्स खत्म कराने के लिए शिक्षकों के पास नहंी रहेगा।

प्रशासनिक अफसरों के निर्देश पर लगी ड्यूटी
प्रशासनिक अफसरों के निर्देश पर शिक्षकों की चुनाव में ड्यूटी लगी है। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसका पूरा प्रयास किया जा रहा है।- बीके शर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक
चुनाव आयोग के निर्देशानुसार किया जा रहा कार्य चुनाव आयोग के निर्देश पर शिक्षकों की चुनाव में ड्यूटी लगाई गई है। स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित न हो, इसका ध्यान रखा गया है। - रजनीश राय, एडीएम
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