जानिए, क्‍या कहते हैं CM अखिलेश के सितारे, सत्‍ता से हैं कितनेे दूर

नई दिल्ली (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश में सियासी महासंग्राम चरम पर है। ऐसे में ऊंट किस करवट बैठेगा ? कौन होगा यूपी का मुख्यमंत्री ? क्या अखिलेश यादव को जनता दोबारा मौका देगी ?
क्या सपा का सियासी महासंग्राम का विधानसभा चुनाव पर असर पड़ेगा ? यह ऐसे सवाल हैं, जिनका उत्तर समय की गर्त में छिपा है।

लेकिन इन दिनों सबकी नजर सपा के अंदर उपजे कलह पर टिकी है। ऐसे में एक बड़ा सवाल यह है कि यह कलह कहां तक जाएगी। क्या अखिलेश यादव दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे? सियासी महारथियों के आंकड़े और विश्लेषण चाहे जो कहते हों, लेकिन इस मामले में ग्रह क्या कहते हैं। कौन से ग्रह किसके पक्ष में हैं, इन सब पड़ताल करती यह रिपोर्ट ।

प्रगति मैदान में चल रहे नक्षत्र मेले में आई ज्योतिषाचार्य आभा बंसल ने ग्रहों की गति और अखिलेश के मुख्यमंत्री होने की संभावनाओं और आशंकाओं पर अपनी राय जाहिर की है।

मेला आयोजक फ्यूचर प्वाइंट की निदेशक आभा बंसल ने बताया कि अखिलेश यादव का कर्क लग्न है। लग्न में शुक्र और बुध ग्रह बैठे हैं। दशमेश मंगल और बुध में बृहस्पति की दशा चल रही है, इसीलिए सपा में विरोधाभास चल रहा है। कुंडली के योग ही उन्हें हठी बनाए हुए हैं।

क्या समाजवादी पार्टी के संग्राम से उबर कर अखिलेश फिर बनेंगे सीएम?

आभा के मुताबिक, अखिलेश की कुंडली हालांकि सकारात्मक है, बावजूद इसके उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को अधिक सीटें मिलने और अखिलेश के दोबारा मुख्यमंत्री बनने में संदेह है।

वहीं,ज्योतिषी विनय गर्ग ने बताया कि इस साल 26 जनवरी को शनि वृश्चिक से धनु राशि में प्रवेश करेगा, जबकि 12 सितंबर को गुरु कन्या से तुला राशि में प्रवेश करेगा।

इन दोनों ग्रहों के राशि परिवर्तन से सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। कुछ पर बेहतर तो कुछ पर कष्टकारी। कुछ राशियों पर यह प्रभाव संतुलित रहेगा। ज्योतिषी यशकरण शर्मा ने बताया कि वर्ष 2017 में आर्थिक सुदृढीकरण होगा। शांति, स्थिरता और विकास की राजनीति को बढ़ावा मिलेगा।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की स्थिति बेहतर रहेगी। इनके अलावा इस अवसर पर अंक गुरु अशोक भाटिया व फ्यूचर प्वाइंट के अरूण बंसल सहित कई अन्य ज्योतिषियों ने भी अपनी अपनी गणना के बारे में बताया।
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