सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगातार की जा रही है ज्यादती से आज पूरा टेट परिवार दुखी है लेकिन आप सभी हिम्मत मत हारिये एक दिन सुनहरा सवेरा अपना ही होगा, अच्छाई को किसी हद तक दबाया जा सकता है लेकिन उसे दफ़न नहीं करा जा सकता और जिस चीज़ को जितना दबाया जाता है वो 2 गुने प्रेसर से वापस आता है ठीक इसी तरह टेट परिवार पर कोई कितनी भी ज्यादती कर ले अंत में जीत अपनी होगी।
दोस्तों 22 तारीख से चले आ रहे पूरे घटना क्रम का में खुद गबाह हूँ और बस इतना ही कहूंगा कि कभी कभी परिवार के किसी बच्चे से भी नासमझी में कोई गलती हो जाती है इसका मतलब ये नहीं होता की पूरा परिवार उसका भहिस्कार कर दे या वो बच्चा परिवार से अलग हो जाये उसी तरह में कमल कान्त जी से कहना चाहूँगा की की आपके प्रशन जायज़ हैं और डर भी लेकिन किसी बात को इतना तूल देना टेट परिवार के लिए अच्छा नहीं है।
मित्रों अगर गौर से देखें तो आज सभी हमारे विपक्ष में खड़े हैं-
1- सरकार
2- विरोधी
3- न्यायपालिका
4- हम आपस में राजनीती के शिकार हैं
फिर भी हम जीत की उम्मीद रखते हैं दोस्तों जीत कैसे मिलेगी?? क्या इसी तरह आपस में लड़कर ??
नहीं, जीत मिलेगी आपस के मन मुटाब को दूर करके सभी एक हो जाएं मेरे कुछ सुझाब हैं इस पर सभी अपने विचार रखें-
1- पूरे टेट परिवार की सारी टीमें एक हो जाएं जिसकी रविन्द्र दादरी जी और हम लोग हमेशा से एक करने की कोशिश करते आये हैं और कर रहे हैं।
2- दोस्तों ये सच है की सुनवाई में किसी बड़े वकील का होना बहुत जरुरी है जो सभी के बिना एक हुए नामुमकिन है।
3- सीनियर अधिवक्ता कम से कम 10 दिन पहले हायर कर लिए जाये जिससे सुनवाई से पहले कम से कम 3 बार एडवोकेट्स की ब्रीफिंग करवा दी जाये।
4- ब्रीफिंग सिर्फ 2 मुद्दों पर हो पहला विरोधियो पर हाई कोर्ट द्वारा दिए गए आर्डर को सही सिद्ध करवाना, दूसरा आर टी ई एक्ट और समानता का अधिकार का हवाला देते हुए क्वालिटी टीचर के तहत सभी याचिओ की नियुक्ति का आर्डर करवाना।
5- लोगो के दिमाग से ये निकलना की हम जिस टीम के याची हैं हम पैसा उसे ही देंगे, पूरे प्रदेश की अचयनित कमेटी का गठन होना चाहिए और उस टीम के कोई 2 लोग ही सारा वित्य का प्रभार देखें और उन लोगो में से एक 90/105 से नीचे का हो और दूसरा 90/105 से ऊपर का और अचयनित हो।
6- पूरे प्रदेश की टीमो का अलग अलग खाता जारी न होकर 2 लोगो का जॉइंट अकाउंट खुले और पूरा प्रदेश के टेट अभ्यर्थी सुनवाई के लिए उसी अकाउंट में सहयोग करें।
7- ब्रीफिंग के लिए 2 चयनित और 3 अचयनित की टीम का गठन हो जिसमें 90/105 से नीचे वाला और 90/105 से ऊपर वाला शामिल हो जिसे विधिक जानकारी हो।
8- टीम का प्रत्येक सदस्य ऐसा चुना जाये जो हर समय हर परिस्तिथि में अपनी उपलब्धता दर्ज करवाये कोई भी सदस्य कोई प्राइवेट नोकरी नहीं करता हो।
दोस्तों ये मेरे विचार हैं वाकी आप सभी अपने विचार दें, कुछ लोगो के पेट में दर्द जरूर होगा क्योंकि उनका मकसद नोकरी नहीं है सिर्फ धन उगाई है जो खुद को अचयनित बताकर सिर्फ धन को लूटने में लगे रहते हैं कुछ चयनित कम हैं इस काम के लिए जो आप लोग भी लग गए।
हर कोई अपने जमीर को जगा लो क्योंकि थोड़े से पेसो से जिंदगी नहीं कटेगी और हराम का पैसा कभी पचेगा नहीं।
आज हमारे कुछ लोग दिल्ली जा रहे हैं किसी योजना के तहत अगर वो कामयाब हो गया तो सभी का भला होगा।
अंत में यही कहूंगा कि एक रहे और नेक रहें
आपके उज्जवल भविष्य की कामनाओ के साथ
आपका
रवि सक्सेना
टेट संघर्ष मोर्चा
9457335973
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दोस्तों 22 तारीख से चले आ रहे पूरे घटना क्रम का में खुद गबाह हूँ और बस इतना ही कहूंगा कि कभी कभी परिवार के किसी बच्चे से भी नासमझी में कोई गलती हो जाती है इसका मतलब ये नहीं होता की पूरा परिवार उसका भहिस्कार कर दे या वो बच्चा परिवार से अलग हो जाये उसी तरह में कमल कान्त जी से कहना चाहूँगा की की आपके प्रशन जायज़ हैं और डर भी लेकिन किसी बात को इतना तूल देना टेट परिवार के लिए अच्छा नहीं है।
मित्रों अगर गौर से देखें तो आज सभी हमारे विपक्ष में खड़े हैं-
1- सरकार
2- विरोधी
3- न्यायपालिका
4- हम आपस में राजनीती के शिकार हैं
फिर भी हम जीत की उम्मीद रखते हैं दोस्तों जीत कैसे मिलेगी?? क्या इसी तरह आपस में लड़कर ??
नहीं, जीत मिलेगी आपस के मन मुटाब को दूर करके सभी एक हो जाएं मेरे कुछ सुझाब हैं इस पर सभी अपने विचार रखें-
1- पूरे टेट परिवार की सारी टीमें एक हो जाएं जिसकी रविन्द्र दादरी जी और हम लोग हमेशा से एक करने की कोशिश करते आये हैं और कर रहे हैं।
2- दोस्तों ये सच है की सुनवाई में किसी बड़े वकील का होना बहुत जरुरी है जो सभी के बिना एक हुए नामुमकिन है।
3- सीनियर अधिवक्ता कम से कम 10 दिन पहले हायर कर लिए जाये जिससे सुनवाई से पहले कम से कम 3 बार एडवोकेट्स की ब्रीफिंग करवा दी जाये।
4- ब्रीफिंग सिर्फ 2 मुद्दों पर हो पहला विरोधियो पर हाई कोर्ट द्वारा दिए गए आर्डर को सही सिद्ध करवाना, दूसरा आर टी ई एक्ट और समानता का अधिकार का हवाला देते हुए क्वालिटी टीचर के तहत सभी याचिओ की नियुक्ति का आर्डर करवाना।
5- लोगो के दिमाग से ये निकलना की हम जिस टीम के याची हैं हम पैसा उसे ही देंगे, पूरे प्रदेश की अचयनित कमेटी का गठन होना चाहिए और उस टीम के कोई 2 लोग ही सारा वित्य का प्रभार देखें और उन लोगो में से एक 90/105 से नीचे का हो और दूसरा 90/105 से ऊपर का और अचयनित हो।
6- पूरे प्रदेश की टीमो का अलग अलग खाता जारी न होकर 2 लोगो का जॉइंट अकाउंट खुले और पूरा प्रदेश के टेट अभ्यर्थी सुनवाई के लिए उसी अकाउंट में सहयोग करें।
7- ब्रीफिंग के लिए 2 चयनित और 3 अचयनित की टीम का गठन हो जिसमें 90/105 से नीचे वाला और 90/105 से ऊपर वाला शामिल हो जिसे विधिक जानकारी हो।
8- टीम का प्रत्येक सदस्य ऐसा चुना जाये जो हर समय हर परिस्तिथि में अपनी उपलब्धता दर्ज करवाये कोई भी सदस्य कोई प्राइवेट नोकरी नहीं करता हो।
दोस्तों ये मेरे विचार हैं वाकी आप सभी अपने विचार दें, कुछ लोगो के पेट में दर्द जरूर होगा क्योंकि उनका मकसद नोकरी नहीं है सिर्फ धन उगाई है जो खुद को अचयनित बताकर सिर्फ धन को लूटने में लगे रहते हैं कुछ चयनित कम हैं इस काम के लिए जो आप लोग भी लग गए।
हर कोई अपने जमीर को जगा लो क्योंकि थोड़े से पेसो से जिंदगी नहीं कटेगी और हराम का पैसा कभी पचेगा नहीं।
आज हमारे कुछ लोग दिल्ली जा रहे हैं किसी योजना के तहत अगर वो कामयाब हो गया तो सभी का भला होगा।
अंत में यही कहूंगा कि एक रहे और नेक रहें
आपके उज्जवल भविष्य की कामनाओ के साथ
आपका
रवि सक्सेना
टेट संघर्ष मोर्चा
9457335973
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