10 हजार B.ED डिग्री होल्डर्स को मिल सकती है टीचर की नौकरी, क्लियर करना होगा ये एग्जाम

इलाहाबाद. UPPSC ने प्रदेश के राजकीय स्कूलों में एलटी ग्रेड टीचर्स भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत पहले चरण में आयोग पाठ्यक्रम तैयार करा रहा है। पाठ्यक्रम को शासन से अंतिम मंजूरी मिलते ही आयोग की ओर से विज्ञापन जारी कर आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे।
आयोग पहली बार यह परीक्षा कराने जा रहा है। इससे पहले इस परीक्षा के आयोजन की जिम्मेदारी शिक्षा निदेशालय के पास थी। शिक्षा निदेशालय कराता था LT ग्रेड टीचर्स की भर्ती...

- शिक्षा निदेशालय की ओर से प्रदेश के राजकीय स्कूलों में एलटी ग्रेड शिक्षकों की मेरिट के आधार पर सीधी भर्ती की जाती थी।
- लेकिन अब यूपीपीएससी को जिम्मेदारी मिलने के बाद शिक्षक भर्ती के लिए रिटेन एग्जाम कराया जाएगा। आयोग की परीक्षाओं में माइनस मार्किंग की व्यवस्था भी लागू की जा चुकी है। इसलिये इस एग्जाम में भी माइनस मार्किंग लागू की जाएगी।
- एलटी ग्रेड शिक्षकों की पहली बार रिटेन एग्जाम कराया जाना है। इसके लिए नए सिरे से पाठ्यक्रम भी तैयार किया जाना है। बताया जा रहा है कि आयोग ने पाठ्यक्रम तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है जो की अंतिम दौर में है।
जल्द से जल्द एग्जाम कराने के मूड में है यूपीपीएससी
- आयोग का लक्ष्य है कि वर्ष 2018 के मध्य तक भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।
- सूत्रों की माने तो आयोग जल्द से जल्द एग्जाम कराने की तैयारी में है, क्योंकि संकेत मिले हैं कि केंद्र सरकार एलटी ग्रेड टीचर्स के लिए भी टीईटी अनिवार्य कर सकती है।
- ऐसे में आयोग के अफसर चाहते हैं कि तत्काल 10 हजार बीएड डिग्री धारकों को एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के तहत नौकरी दे दी जाए और सरकारी स्कूलों को समय से टीचर्स मिल जाएं।
- आयोग के सचिव जगदीश का कहना है, "पाठ्यक्रम तैयार होने के बाद इन्हें आयोग की बैठक में स्वीकृति दी जाएगी। इसके बाद शासन से अंतिम मंजूरी ली जाएगी। शासन से हरी झंडी मिलने के बाद ही भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया जाएगा।"
- एलटी ग्रेड 'टीचर्स भर्ती के लिए यूपीपीएससी के पास 9892 पदों का अधिचायन आया है। विज्ञापन जारी होने तक कई अन्य स्कूलों में भी पद खाली होंगे। ऐसे में भर्ती प्रक्रिया पूरी होते-होते रिक्त पदों का आंकड़ा 10 हजार के पार हो जाने के आसार हैं।

पिछले साल आए थे 5.50 लाख आवेदन
- एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती पहले शिक्षा निदेशालय की ओर से कराई जाती थी। इस पद पर सीधी भर्ती के लिए निदेशालय के पास तकरीबन 5.50 लाख आवेदन आए थे।
- इस बीच प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हो गया और प्रदेश सरकार ने भर्ती प्रक्रिया शुरू होने से पहले इसकी जिम्मेदारी यूपीपीएससी को सौंप दी।
- हालांकि एग्जाम के आयोजन की जिम्मेदारी यूपीपीएससी को दिए जाने और परीक्षा प्रक्रिया में बदलाव के बाद अब पुराना आवेदन अमान्य हो गया है। आयोग विज्ञापन जारी कर नए सिरे से आवेदन मांगेगा और ऐसे में पुराने अभ्यर्थियों को भी दोबारा आवेदन करना होगा।
- इसके अलावा आवेदकों की संख्या बढ़ने की भी पूरी उम्मीद है। पुराने आवेदन और आयोग से नया विज्ञापन जारी होने के बीच हजारों की संख्या में नए अभ्यर्थियों ने बीएड की डिग्री हासिल कर ली है। विज्ञापन जारी होने के बाद नए अभ्यर्थी भी आवेदन करेंगे।
आयु सीमा को लेकर आ सकता है पेच
- एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के दौरान अभ्यर्थियों की अधिकतम आयु सीमा को लेकर पेच फंस सकता है।
- दरअसल, पूर्व में जिन 5.50 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। उनमें से कई अभ्यर्थी ऐसे रहे होंगे जिनकी भर्ती में शामिल होने के लिए निर्धारित आयु सीमा पूरी हो रही होगी और उन्होंने अंतिम बार आवेदन किया होगा।
- एग्जाम एक साल पिछड़ चुका है, ऐसे में निर्धारित आयु सीमा पूरी कर चुके अभ्यर्थी नए सिरे से आवेदन नहीं कर सकेंगे। शासन का निर्णय मान्य होगा। लोगों की निगाह उसी पर टिकी हुई हैं।
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