अगर आपने B.Ed की डिग्री ली है और अब तब आप नौकरी की तलाश
ही कर रहे हैं तो आपके लिए एक खुशखबरी है. नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर्स (NCTE)
ने बड़ा ऐलान करते हुए पहली से 5वीं कक्षा तक पढ़ाने वाले शिक्षकों की
नियुक्ति के नियमों में जरूरी बदलाव किए हैं.
राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षण परिषद यानी कि NCTE द्वारा किए बदलावों के बाद अब बीएड पास अभ्यर्थी भी 1 से 5वीं कक्षा तक पढ़ा सकेंगे. हालांकि नियुक्त होने वाले अभ्यर्थियों को नियुक्ति के दो साल के भीतर ही ब्रिज कोर्स करना होगा. यह ब्रिज कोर्स नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर्स से मान्यता प्राप्त किसी संस्थान से करना होगा. यह छह महीने का डिप्लोमा कोर्स होगा.
जरूरी योग्यता:
1 से 5वीं कक्षा को पढ़ाने के लिए शिक्षक के पद पर नियुक्ति के लिए 50 फीसदी अंकों के साथ स्नातक और बीएड की डिग्री अनिवार्य है.
बता दें कि इससे पहले बीएड करने वाले उम्मीदवारों को प्राइमरी स्कूलों शिक्षक नियुक्त करने के लिए राज्यों को केंद्र से अनुमति लेनी पड़ती थी. लेकिन अब सामान्य तौर पर भर्ती की जाएगी.
शिक्षकों के इतने पद खाली
देश के प्राइमरी स्कूलों में 9,07,585 शिक्षकों की कमी है. यानी शिक्षकों के इतने पद खाली हैं. इनमें सबसे ज्यादा बिहार, यूपी, मध्यप्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल के स्कूल हैं.
आंकड़ों में देखें प्राइमरी शिक्षकों के खाली पदों की संख्या
राज्य खाली पद
दिल्ली 14132
यूपी 174666
बिहार 203650
झारखंड 73793
प. बंगाल 85835
उत्तराखंड 7676
राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षण परिषद यानी कि NCTE द्वारा किए बदलावों के बाद अब बीएड पास अभ्यर्थी भी 1 से 5वीं कक्षा तक पढ़ा सकेंगे. हालांकि नियुक्त होने वाले अभ्यर्थियों को नियुक्ति के दो साल के भीतर ही ब्रिज कोर्स करना होगा. यह ब्रिज कोर्स नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर्स से मान्यता प्राप्त किसी संस्थान से करना होगा. यह छह महीने का डिप्लोमा कोर्स होगा.
जरूरी योग्यता:
1 से 5वीं कक्षा को पढ़ाने के लिए शिक्षक के पद पर नियुक्ति के लिए 50 फीसदी अंकों के साथ स्नातक और बीएड की डिग्री अनिवार्य है.
बता दें कि इससे पहले बीएड करने वाले उम्मीदवारों को प्राइमरी स्कूलों शिक्षक नियुक्त करने के लिए राज्यों को केंद्र से अनुमति लेनी पड़ती थी. लेकिन अब सामान्य तौर पर भर्ती की जाएगी.
शिक्षकों के इतने पद खाली
देश के प्राइमरी स्कूलों में 9,07,585 शिक्षकों की कमी है. यानी शिक्षकों के इतने पद खाली हैं. इनमें सबसे ज्यादा बिहार, यूपी, मध्यप्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल के स्कूल हैं.
आंकड़ों में देखें प्राइमरी शिक्षकों के खाली पदों की संख्या
राज्य खाली पद
दिल्ली 14132
यूपी 174666
बिहार 203650
झारखंड 73793
प. बंगाल 85835
उत्तराखंड 7676