शिक्षामित्रों ने प्रदर्शन किया
ज्ञानचंद यादव ने कहा कि कि हमें अपना संघर्ष तब तक जारी रखेंगे, जब तक हमें अपना सम्मान वापस न मिल जाऐगा। साथ ही बताया कि 28 सितम्बर को जन्तर मनतर दिल्ली में होने वालो विशाल धरने को सफल बनाने के लिए सभी शिक्षामित्र और शिक्षक संघ एक जुट होना
गुन्नौर। ब्लाक संसाधन केन्द्र पर हाईकोर्ट के निर्णय के खिलाफ उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र और शिक्षक संघ के ब्लाकध्यक्ष ज्ञानचंद यादव ने के नेतृत्व में मौन विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रर्दशन के दौरान ज्ञानचंद यादव ने कहा कि कि हमें अपना संघर्ष तब तक जारी रखेंगे, जब तक हमें अपना सम्मान वापस न मिल जाऐगा। साथ ही बताया कि 28 सितम्बर को जन्तर मनतर दिल्ली में होने वालो विशाल धरने को सफल बनाने के लिए सभी शिक्षामित्र और शिक्षक संघ एक जुट होना। तभी हम अपनी लड़ाई लड़ सकेंगे। साथ ही कालाराम यादव ने कहा कि सभी शिक्षा मित्र धैर्य से काम लें। इस मौके पर ज्ञानचंद यादव, राकेश यादव, सरोज वाला, कान्ता देवी, अमिता, मीरा, संगीता, सुहाना हुसैन आदि मौजूद थे।
पंवासा में अर्द्धनग्न होकर शिक्षामित्रों ने दिया धरना
संभल। पंवासा के बीआरसी केंद्र पर शुक्रवार को शिक्षामित्रों ने अर्द्धनग्न होकर धरना दिया। न्याय नहीं मिलने तक आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के बैनर तले शिक्षामित्र बीआरसी केंद्र पर इकट्ठा हुए। वक्ताओं ने कहा कि शिक्षामित्रों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। जब तक न्याय नहीं मिलेगा आंदोलन जारी रखा जाएगा। धरना देने वालों में सत्यपाल सिंह, मदनलाल, यशपाल सिंह, चित्रपाल, पूनम रानी, मधु, रोबिंस, चारू, रूपकिशोर, राजकुमार, योगेंद्र, चंद्रपाल, किशन स्वरूप, महीलाल, बलवीर सिंह, नंदराम, विवेक यादव, मोकम सिंह, रणधीर सिंह, वीरेश सिंह, रामसेवक, मुनेश कुमार, धर्मपाल, हरिश्चंद्र, सरिता चौहान, आनंद प्रकाश सिंह, ओमप्रकाश, नसीम हुसैन, वीरपाल आदि मौजूद रहे।
काली पट्टी बांधकर स्कूलों में बैठेंगे शिक्षामित्र
संभल/असमोली। नौकरी जाने से आहत शिक्षामित्र शुक्रवार को पांचवें दिन भी धरने पर बैठे। 28 सितंबर को दिल्ली जंतर मंतर पर होने वाले आंदोलन को सफल बनाने की रणनीति बनाई। 19 सितंबर से काली पट्टी बांधकर स्कूलों में बैठने का निर्णय लिया गया।
पूर्वाह्न 11 बजे शिक्षामित्र संभल के बीआरसी केंद्र पर पहुंचे। दरी बिछाकर धरने पर बैठ गए। धरने को संबोधित करते हुए रविंद्र खारी ने कहा कि जब तक शिक्षामित्रों की समस्या का समाधान नहीं हो जाता। आंदोलन जारी रहेगा। 28 सितंबर को दिल्ली जंतर मंतर पर शिक्षामित्रों का विशाल धरना है। जिसे सफल बनाने के लिए सभी शिक्षामित्रों से शामिल होने का आह्वान किया। धरने में दीक्षा सिंह, मोहम्मद तल्हा, सलमान तुर्की, राम सिंह, राजीव कुमार आदि शामिल रहे। इसके अलावा असमोली व पंवासा के बीआरसी केंद्रों पर भी धरना जारी रहा।
इंचार्ज बने शिक्षामित्रों के वित्तीय अधिकारों पर रोक
संभल। समायोजन के बाद सहायक अध्यापक पद पर आए शिक्षामित्रों को कई प्राइमरी स्कूलों में इंचार्ज अध्यापक का पद दिया गया था। इंचार्ज अध्यापक बने शिक्षामित्रों के वित्तीय अधिकारों पर रोक लगाई गई है। जब स्कूल प्रबंधन समिति के खातों से लेनदेन करने शिक्षामित्र बैंक पहुंचे तो उन्हें निराशा हुई। पता लगा कि बैंक खातों पर रोक लगाई जा चुकी है, लेकिन इस बारे में अभी अधिकारी कुछ बोलने के लिए राजी नहीं हैं।
अभी वेतन रोकने का कोई आदेश नहीं
संभल। शिक्षामित्रों का समायोजन भले ही निरस्त कर दिया गया हो पर वेतन रोकने के आदेश जिला मुख्यालय को नहीं प्राप्त हुए हैं। लेखाधिकारी विपिन कुमार वर्मा ने इस बारे में पूछने पर बताया कि 23 सितंबर को वित्त नियंत्रक कार्यालय में बैठक है। इसके बाद ही कोई निर्णय हो सकेगा। शसान के जो आदेश आएंगे उनका पालन कराया जाएगा।
अर्द्धनग्न होकर विरोध प्रदर्शन किया।
बहजोई। समायोजन रद्द किए जाने के खिलाफ शिक्षा मित्रों ने अर्द्धनग्न होकर विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षकों को पूर्व स्थिति में बनाए रखने की मांग की।
बहजोई बीआरसी केंद्र पर शुक्रवार की सुबह शिक्षा मित्र एकत्र हुए। यहां पर शिक्षा मित्र संयुक्त शिक्षक संघ की अगुवाई में अर्द्धनग्न होकर विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की। इसमें जिलाध्यक्ष गिरीश यादव, अनेक राघव
, अंकित सक्सेना, चेतन स्वरूप, नेमपाल, सूरज पाल आदि शामिल रहे।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
ज्ञानचंद यादव ने कहा कि कि हमें अपना संघर्ष तब तक जारी रखेंगे, जब तक हमें अपना सम्मान वापस न मिल जाऐगा। साथ ही बताया कि 28 सितम्बर को जन्तर मनतर दिल्ली में होने वालो विशाल धरने को सफल बनाने के लिए सभी शिक्षामित्र और शिक्षक संघ एक जुट होना
गुन्नौर। ब्लाक संसाधन केन्द्र पर हाईकोर्ट के निर्णय के खिलाफ उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र और शिक्षक संघ के ब्लाकध्यक्ष ज्ञानचंद यादव ने के नेतृत्व में मौन विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रर्दशन के दौरान ज्ञानचंद यादव ने कहा कि कि हमें अपना संघर्ष तब तक जारी रखेंगे, जब तक हमें अपना सम्मान वापस न मिल जाऐगा। साथ ही बताया कि 28 सितम्बर को जन्तर मनतर दिल्ली में होने वालो विशाल धरने को सफल बनाने के लिए सभी शिक्षामित्र और शिक्षक संघ एक जुट होना। तभी हम अपनी लड़ाई लड़ सकेंगे। साथ ही कालाराम यादव ने कहा कि सभी शिक्षा मित्र धैर्य से काम लें। इस मौके पर ज्ञानचंद यादव, राकेश यादव, सरोज वाला, कान्ता देवी, अमिता, मीरा, संगीता, सुहाना हुसैन आदि मौजूद थे।
पंवासा में अर्द्धनग्न होकर शिक्षामित्रों ने दिया धरना
संभल। पंवासा के बीआरसी केंद्र पर शुक्रवार को शिक्षामित्रों ने अर्द्धनग्न होकर धरना दिया। न्याय नहीं मिलने तक आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के बैनर तले शिक्षामित्र बीआरसी केंद्र पर इकट्ठा हुए। वक्ताओं ने कहा कि शिक्षामित्रों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। जब तक न्याय नहीं मिलेगा आंदोलन जारी रखा जाएगा। धरना देने वालों में सत्यपाल सिंह, मदनलाल, यशपाल सिंह, चित्रपाल, पूनम रानी, मधु, रोबिंस, चारू, रूपकिशोर, राजकुमार, योगेंद्र, चंद्रपाल, किशन स्वरूप, महीलाल, बलवीर सिंह, नंदराम, विवेक यादव, मोकम सिंह, रणधीर सिंह, वीरेश सिंह, रामसेवक, मुनेश कुमार, धर्मपाल, हरिश्चंद्र, सरिता चौहान, आनंद प्रकाश सिंह, ओमप्रकाश, नसीम हुसैन, वीरपाल आदि मौजूद रहे।
काली पट्टी बांधकर स्कूलों में बैठेंगे शिक्षामित्र
संभल/असमोली। नौकरी जाने से आहत शिक्षामित्र शुक्रवार को पांचवें दिन भी धरने पर बैठे। 28 सितंबर को दिल्ली जंतर मंतर पर होने वाले आंदोलन को सफल बनाने की रणनीति बनाई। 19 सितंबर से काली पट्टी बांधकर स्कूलों में बैठने का निर्णय लिया गया।
पूर्वाह्न 11 बजे शिक्षामित्र संभल के बीआरसी केंद्र पर पहुंचे। दरी बिछाकर धरने पर बैठ गए। धरने को संबोधित करते हुए रविंद्र खारी ने कहा कि जब तक शिक्षामित्रों की समस्या का समाधान नहीं हो जाता। आंदोलन जारी रहेगा। 28 सितंबर को दिल्ली जंतर मंतर पर शिक्षामित्रों का विशाल धरना है। जिसे सफल बनाने के लिए सभी शिक्षामित्रों से शामिल होने का आह्वान किया। धरने में दीक्षा सिंह, मोहम्मद तल्हा, सलमान तुर्की, राम सिंह, राजीव कुमार आदि शामिल रहे। इसके अलावा असमोली व पंवासा के बीआरसी केंद्रों पर भी धरना जारी रहा।
इंचार्ज बने शिक्षामित्रों के वित्तीय अधिकारों पर रोक
संभल। समायोजन के बाद सहायक अध्यापक पद पर आए शिक्षामित्रों को कई प्राइमरी स्कूलों में इंचार्ज अध्यापक का पद दिया गया था। इंचार्ज अध्यापक बने शिक्षामित्रों के वित्तीय अधिकारों पर रोक लगाई गई है। जब स्कूल प्रबंधन समिति के खातों से लेनदेन करने शिक्षामित्र बैंक पहुंचे तो उन्हें निराशा हुई। पता लगा कि बैंक खातों पर रोक लगाई जा चुकी है, लेकिन इस बारे में अभी अधिकारी कुछ बोलने के लिए राजी नहीं हैं।
अभी वेतन रोकने का कोई आदेश नहीं
संभल। शिक्षामित्रों का समायोजन भले ही निरस्त कर दिया गया हो पर वेतन रोकने के आदेश जिला मुख्यालय को नहीं प्राप्त हुए हैं। लेखाधिकारी विपिन कुमार वर्मा ने इस बारे में पूछने पर बताया कि 23 सितंबर को वित्त नियंत्रक कार्यालय में बैठक है। इसके बाद ही कोई निर्णय हो सकेगा। शसान के जो आदेश आएंगे उनका पालन कराया जाएगा।
अर्द्धनग्न होकर विरोध प्रदर्शन किया।
बहजोई। समायोजन रद्द किए जाने के खिलाफ शिक्षा मित्रों ने अर्द्धनग्न होकर विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षकों को पूर्व स्थिति में बनाए रखने की मांग की।
बहजोई बीआरसी केंद्र पर शुक्रवार की सुबह शिक्षा मित्र एकत्र हुए। यहां पर शिक्षा मित्र संयुक्त शिक्षक संघ की अगुवाई में अर्द्धनग्न होकर विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की। इसमें जिलाध्यक्ष गिरीश यादव, अनेक राघव
, अंकित सक्सेना, चेतन स्वरूप, नेमपाल, सूरज पाल आदि शामिल रहे।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC