बाराबंकी जिले में शिक्षामित्रों का धरना मंगलवार को भी जारी
रहा। इस दौरान शिक्षामित्रों ने कहा कि जब तक उनका हक वापस नहीं मिल जाता
है शिक्षामित्र चैन से बैठने वाले नहीं हैं। हक पाने के लिए अब दिल्ली का
घेराव किया जाएगा।
धरने को संबोधित करते हुए समायोजन बचाओ समिति के जिलाध्यक्ष
विनोद वर्मा ने कहा कि अदालत के फैसले ने शिक्षामित्रों के अर्श से लाकर
फर्श पर पटक दिया। इससे शिक्षामित्रों को गहरा सदमा पहुंचा है। राज्य सरकार
ने आश्वासन दिया है कि वह शिक्षामित्रों को न्याय दिलाएगी। लेकिन एनसीटीई
इस मुद्दे पर मौन है।
जबकि मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी और प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी भी कह चुके हैं कि शिक्षामित्रों का अहित नहीं होने दिया
जाएगा फिर एनसीटीई नियमों में छूट क्यों नहीं दे रही है। एनसीटीई की मनमानी
से ही शिक्षामित्रों में आक्रोश पनप रहा है।
इसी को लेकर पांच अक्टूबर से जंतर-मंतर पर धरना शुरू किया जा
रहा है। जब तक शिक्षामित्रों को उनका हक नहीं मिलता तब तक ऐसे ही संघर्ष
करते रहेंगे। इस मौके पर अनिल शर्मा, विकास यादव, राजवीर सिंह, रामशंकर
राठौर, श्रुति सिंह, निधि शुक्ला आदि मौजूद रहे।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC