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मेरिट से किसी की काबिलियत तय नहीं होती : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News

उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में सिपाही भर्ती मेरिट के आधार पर करने का फैसला लिया है। इस फैसले की चहुंओर आलोचनाएं हो रही हैं। युवाओं में खासतौर पर इसको लेकर आक्रोश देखा जा रहा है।
बुधवार को बैंक रोड पर स्थित गांधी अकादमी में ‘दैनिक जागरण’ की ओर से आयोजित यूथ कनेक्ट कार्यक्रम में भी युवाओं ने इस बात को प्रमुखता से उठाया। प्रदेश सरकार, विशेष तौर पर युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मांग किया की वह किसी भी भर्ती को मेरिट की बजाय परीक्षा के आधार पर करें। युवाओं का कहना था कि मेरिट से किसी की काबिलियत तय नहीं होती। पेश है कुछ युवाओं के विचार..


देश में बेरोजगारी काफी बढ़ गई है। इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि अब काबिलियत को गलत तरीके से आंका जाने लगा है। सबसे गलत तरीका मेरिट पर किसी की काबिलियत आंकना है। सरकारी विभागों में भर्ती मेरिट के आधार पर नहीं होनी चाहिए। -विक्रम

प्रदेश की अखिलेश सरकार के कार्यकाल के दौरान लगभग सभी भर्तियां विवादित रही हैं। परीक्षा और परिणाम जारी होने के बाद अधिकतर भर्ती का मामला कोर्ट में जाकर अटक जाता है। सरकार को इसपर विचार कर पारदर्शिता कायम करनी चाहिए। जितेंद्र सिंह


आज का युवा अपने दम पर नौकरी पाना चाहता है। उसे किसी की खैरात नहीं चाहिए। सरकार को युवाओं की इस सोच का सम्मान करना चाहिए। सिपाही भर्ती में जिस तरह से मेरिट प्रणाली लागू की गई है, उससे छात्रों का नुकसान होगा।
यासमीन जहां

किसी भी भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना चाहिए। जिससे युवाओं का उस पर विश्वास बढ़े। लेकिन मौजूदा हालात में सरकार ऐसा करने में असफल है। सरकार को इसओर ध्यान देना चाहिए।-शालिनी यादव

इधर कुछ सालों में माध्यमिक स्तर की परीक्षाओं में नकल माफिया काफी हावी हैं। इससे छात्रों को अच्छे अंक तो मिल जाते हैं, लेकिन उनकी काबिलियत समाप्त हो जाती है। अब मेरिट स्तर पर सरकार सिपाही भर्ती करने जा रही है, जो छात्रों के लिए नुकसानदेह हैं।-आशुतोष त्रिपाठी।


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