*शिक्षा मित्र केस में टेट मुद्दे पर सोशल मीडिया पर घमासान*
शिक्षा मित्र केस में मुख्य लड़ाई टेट की नही है बल्कि मुख्य लड़ाई है NCTE एक्ट 3sep 2001 के अंदर आने बाले कार्यरत शिक्षक साबित करने की है जिसमें एक अध्यापक की मिनिमम क्वालिफिकेशन इंटर+ 2 बर्षीय एलिमेंट्री एजुकेशन दर्ज है।इसमें टेट का कोई स्थान नही है।
Versus
STATE OF TAMIL NADU
केस में लिखा है *TET is only a pre- requisite eligibility test for those who are seeking appointment as a teacher*अर्थात टेट उन लोगो के लिए एक पात्रता परीक्षा है जो एक अध्यापक के रूप में नौकरी की तलाश कर रहे हैं।या अध्यापक बनने की सोच रहे हैं।
*ऐसे कई सुप्रीम कोर्ट के आदेश हैं जो यह साबित करते हैं कि कार्यरत शिक्षकों के लिए टेट अनिवार्य नही है।साथ ही दूरस्थ एलिमेंट्री कोर्स भी सिर्फ कार्यरत अध्यापक को ही कराया जाता है अर्थात जो पहले से अध्यापक का कार्य कर रहे हैं*
ऐसे बहुत से लीगल रीजन हैं जिसको सोशल पर पोस्ट नही किया जा सकता जिसके कारण सब लोग नॉन टेट की लड़ाई लड़ रहे हैं। सभी से निवेदन है की अफवाह फैलाने बाले किसी भी विरोधी या विभीषण लोगो की पोस्टों से भयभीत न हों।जो भ्रमित करने के लिए हर हथकंडे अपनाए हुए हैं।
हमे पूरी उम्मीद है भारत का सर्वोच्च न्यायालय 1लाख 72 हजार परिवारों के साथ अन्याय नही करेगा।
हालांकि कोर्ट ऑर्डर के अनुसार 1 घंटे की बहस करने का समय दिया गया है लेकिन अभी कई ऐसे पॉइंट्स हैं जिसपर बहस होनी बाकी है जो 17 के आगे भी जा सकती है। इसलिए *पैर्विकारो का सहयोग करना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है*
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
शिक्षा मित्र केस में मुख्य लड़ाई टेट की नही है बल्कि मुख्य लड़ाई है NCTE एक्ट 3sep 2001 के अंदर आने बाले कार्यरत शिक्षक साबित करने की है जिसमें एक अध्यापक की मिनिमम क्वालिफिकेशन इंटर+ 2 बर्षीय एलिमेंट्री एजुकेशन दर्ज है।इसमें टेट का कोई स्थान नही है।
- शिक्षामित्र मैटर पर भी सुनवाई पूर्ण है और 17 मई को एक आध लोगों द्वारा बस रिटेन सबमिशन फाइल किया जाना शेष है
- सरकारी वकील कोर्ट में ये क्यों कह रहे थे कि कोर्ट दया करे , जेठमलानी किसके लिए मर्सी की मांग कर रहे थे
- उत्तर प्रदेश शिक्षक भर्ती : शिक्षामित्र , अकादमिक भर्ती , याची इशू , नया विज्ञापन बीएड , बिलो क्राइटेरिया अचयनित , 841 नियुक्त याची
- सुप्रीम कोर्ट में सीनियर एडवोकेट हीरेन पी रावल जी की बहस के बाद शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त होने तय : मयंक तिवारी
- समायोजन बचा तो क्या अवशेष शिक्षामित्रो का समायोजन संभव होगा ?
Versus
STATE OF TAMIL NADU
केस में लिखा है *TET is only a pre- requisite eligibility test for those who are seeking appointment as a teacher*अर्थात टेट उन लोगो के लिए एक पात्रता परीक्षा है जो एक अध्यापक के रूप में नौकरी की तलाश कर रहे हैं।या अध्यापक बनने की सोच रहे हैं।
*ऐसे कई सुप्रीम कोर्ट के आदेश हैं जो यह साबित करते हैं कि कार्यरत शिक्षकों के लिए टेट अनिवार्य नही है।साथ ही दूरस्थ एलिमेंट्री कोर्स भी सिर्फ कार्यरत अध्यापक को ही कराया जाता है अर्थात जो पहले से अध्यापक का कार्य कर रहे हैं*
ऐसे बहुत से लीगल रीजन हैं जिसको सोशल पर पोस्ट नही किया जा सकता जिसके कारण सब लोग नॉन टेट की लड़ाई लड़ रहे हैं। सभी से निवेदन है की अफवाह फैलाने बाले किसी भी विरोधी या विभीषण लोगो की पोस्टों से भयभीत न हों।जो भ्रमित करने के लिए हर हथकंडे अपनाए हुए हैं।
हमे पूरी उम्मीद है भारत का सर्वोच्च न्यायालय 1लाख 72 हजार परिवारों के साथ अन्याय नही करेगा।
हालांकि कोर्ट ऑर्डर के अनुसार 1 घंटे की बहस करने का समय दिया गया है लेकिन अभी कई ऐसे पॉइंट्स हैं जिसपर बहस होनी बाकी है जो 17 के आगे भी जा सकती है। इसलिए *पैर्विकारो का सहयोग करना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है*
- यदि बीएड बेरोजगारों को कोर्ट में फसाया न गया होता तो बीएड धारक 72825 मे ही संतुष्ट भी हो जाते
- 17 मई को कोर्ट के फैसले के तुरन्त बाद योगी सरकार पूर्व मे मिले शिक्षामित्रों के प्रतिनिधि मण्डल को करेगी आमन्त्रित
- जिले सभी परिषदीय स्कूलों में कल 16 मई को बड़ा मंगल का स्थानीय अवकाश घोषित: देखें आदेश की प्रति
- सुप्रीम कोर्ट में सीनियर एडवोकेट हीरेन पी रावल जी की बहस के बाद शिक्षामित्रों का समायोजन यहाँ से भी निरस्त होने तय
- शिक्षामित्रों के हितों के लिये केंद्र व राज्य सरकार मिलकर बना रही अग्रिम रणनीति
- वेतन के लिए शिक्षक करें इंतजार, सातवें वेतन के फेर में हो रहा है भुगतान में देरी
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines