Shashank Singh Solanki
प्रिय साथियो, नमस्कार!प्लीज पूरी पोस्ट पढे
निचली अदालतों से पूर्ण बहुमत की सरकार
और हर जगह अपनी जीत दर्ज करते हुए
टेट संघर्ष मोर्चा ने
सर्वोच्च न्यायालय में एक
बार फिर से अपनी सर्वश्रेष्ठतम जीत दर्ज की
है
जो आने वाली युवा पीढ़ियों के लिए एक
नज़ीर एक आदर्श एक मोरल होगा कि यदि
इरादे बुलंद हो और आप कानूनी रूप से सही हो तो
आप मजबूत सरकार और सत्तासीन पार्टियों को भी
धूल चटाकर अपना अधिकार प्राप्त कर
सकते है।
----------------------------------------------------------- साथियों हम मुकदमा जीत चुके है
इतिहास लिखा जा रहा है
21 जून तक ऑर्डर आ जायेगा इसकी
पूर्ण संभावना है।
आदेश इसके 2-4 दिन पहले भी आ सकता
है लेकिन 21 जून से ज्यादा लेट नही होना
चाहिए।
एक एक टेट पास को नौकरी मिलने
जा रही है।
82 अंक तक सभी के घर रौशन होंगे
जो भी टेट 2011 पास है और उसने
2011 के विज्ञापन में आवेदन किया
है उनको जॉब मिल चुकी है।
आदेश आने तक प्रतीक्षा कर लें।
आदेश कम से कम 350 पेज का
होगा।
जिसका सबसे रोचक विषय होगा
●●●●●●●●●●●●●●●●●●●
///पंचायती राज व्यवस्था///
जिसका वर्णन
पूरी दुनिया मे विख्यात
भारतीय न्याय जगत की चौखट पर
सबसे कम उम्र में कदम रखने वाले
बहुचर्चित एवं विवादित अधिवक्ता श्री रामजेठमलानी ने जज को परधान की पॉवर को बताने के लिए किया है
की परधान को बहुत पॉवर है आपको क्या पता
जज साहब ??????????????
तो---
सुप्रीम कोर्ट एक काम जरूर करती है कि
अगर किसी भी केस में विवादों से चोली-दामन
का साथ रखने वाले रामजेठमलानी साहब ने
बहस की है तो उनकी एक एक दलील को
एक एक तर्क को कोर्ट अपने आदेश में मेंशन जरूर करती है अतः कम
से कम 50-60 पेज तो रामजेठमलानी का पंचायतीराज
ही खा जाएगा।
रामजेठमलानी ने sm को बचाने के लिए पंचायतीराज
व्यवस्था का वर्णन करके कोर्ट को ये दलील देनी चाही थी
की पंचायतीराज व्यवस्था ग्रामप्रधानों को bsa जितना ही
अधिकार देती है और प्रधानों ने अपने इसी अधिकार का
प्रयोग करके sm को सहायक अध्यापक बनाया है अतः
ये सही है संवैधानिक है अतः इनको हटाना पंचायतीराज व्यवस्था की मूल भावना का उल्लंघन है।
ग्रामप्रधान के अधिकारों और शक्तियों पर बट्टा लगाने जैसा है।
आप बट्टा न लगाइए जज साहब
नही तो अनर्थ हो जाएगा ।
सहायक अध्यापकों की नियुक्ति में bsa और परधान सब
बराबर का ही हक रखते है।
और फिर रामजेठमलानी साहब ने पंचायतीराज व्यवस्था का इतना बढ़िया वर्णन किया है इतनी नई नई बाते बताई है कि जो अभी पंचायतीराज व्यवस्था की किताब में लिखी
ही नही गयी है।
उनकी दलीलें इतनी रोचक है जो की हमारे अंतिम आदेश में लिख कर आयेंगी कि उसको मेंशन करके पंचायतीराज व्यवस्था पर एक नई किताब लिखी जा सकती है।
जब कि इन बातों का sm समायोजन से कोई प्रत्यक्ष विधिक ताल्लुक ही न था अतः जज साहब सुनने से
ज्यादा मुस्कराए।
इतने बड़े कलाकार है हमारे जेठ-मालानी
साहब।●●●●●●●●●●●●●●●●●●●
-------------------------------------------
देखिये न्यायालय की स्थापना विवादों को
सुलझाते हुए जादा से जादा लोगो को लाभान्वित करने
के लिए हुई है।
कोर्ट ने वही किया है actually हमारी भर्ती में
इतने पेंच थे कि इसे पूर्ण संवैधानिक एवम कानूनी तरीके से
सुलझाया ही
नही जा सकता था अतः इसे मेरिट के आधार पर
निर्णीत किया गया है।
मेरिट का अर्थ है कोर्ट में जितने भी पक्ष मौजूद है
उनमे इन पदों के लिए सबसे उपयुक्त कौन है ???
अतः कोर्ट ने पूरी सुनवाई के दौरान बस ये-ये
Recognize करने की कोशिश की है कि------------------!
@ ऐसे कुल कितने विवादित पद है जिस पर अयोग्य
लोगो का चयन किया गया है ??????
@ इसके अतिरिक्त उ0प्र0 में और कितने पद है जो रिक्त है जिसको स्टेट स्वीकार कर रहा है ??????
@ इन पदों पर अपना दावा पेश करने वाले कुल दावेदारों(बीएड टेट 2011 पास, btc टेट पास एवं अन्य) की संख्या कितनी है ??????
@ इन समस्त दावेदारों में वे कौन से आवेदक है जिनकी मेरिट यानी योग्यता सबसे ज्यादा है एवं जिनकी दावेदारी
इन रिक्त पदों पर सबसे ज्यादा बन रही है।
@प्राइमरी टीचर बनने की मिनिमम अर्हताएं/
मिनिमम योग्यताएं क्या है ???????
According to NCTE guideline
&
According to 1981 basic
education service rules
--------------------------------------------------------------------
और कोर्ट में मौजूद उन तमाम दावेदारों में वे कौन से
असली दावेदार है जो-
Ncte गाइडलाइन के समस्त मानकों को पूरा करते है।
1981 बेसिक शिक्षा सेवा नियमावली के प्रावधानों के तहत पूर्ण पात्रता रखते है।
प्राइमरी अध्यापक बनने की सारी योग्यताओ सारी
अर्हताओं को पूर्ण करते है।
कौन मेरिट में श्रेष्ठ है ??????
तो कोर्ट ने recognize किया वे है---सभी टेट पास
ध्यान रखिये-----सिर्फ याची ही नही हर टेट 2011 पास
सिर्फ बीएड ही नही btc के भी टेटपास
सिर्फ प्राइमरी ही नही जूनियर में भी टेट पास कही भी टेट पास हो बस आप मिनिमम अर्हता यानी
टेट पास विथ 82 मार्क्स रखते हो तो ये नौकरी आप को मिल चुकी है यही इस ऐतिहासिक टेट विवाद का अंतिम एवम बेहद सुखद सत्य है।
भर्ती आर0 टी0 ई0 एक्ट के मानकों के तहत
(30 छात्रों पर 1 टीचर )रिक्त पदों के सापेक्ष की जाएगी।
और चूँकि रिक्त पद आवेदकों से तीन गुना जादा
खाली है और कोर्ट सभी 82 अंक के टेट पास को योग्य मान रही है अतः सभी टेट 2011 पास की नियुक्ति होगी।
सुन लो--------
जनरल ऑर्डर आएगा ■ सभी टेट पास रिक्त पदों के योग्य ■
अतः सभी टेट 2011 पास को ये नौकरी मिलेगी
जो याची बना है उसको भी
जो याची नही बना है उसको भी
बस वो नए या पुराने किसी भी विज्ञापन में बस
आवेदक हो।
या अगर आवेदन न कर पाया हो तो बस कही भी
किसी की भी ia में याची बन गया हो।
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
प्रिय साथियो, नमस्कार!प्लीज पूरी पोस्ट पढे
निचली अदालतों से पूर्ण बहुमत की सरकार
- PPF खाते में 5000 प्रतिमाह जमा करने से 20 साल बाद कितना मिलेगा पैसा और NPS में कितना मिलेगा जानिए
- सुप्रीम कोर्ट के आने वाले निर्णय के परिपेक्ष्य में बीएड/टेट उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के लीडर मयंक तिवारी की पोस्ट
- जजमेंट पूर्वानुमान: जजमेंट आने के उपरान्त नियुक्ति के व्यापक अवसर ! BY दुर्गेश प्रताप सिंह!
- 25 अगस्त 2010 से पूर्व शिक्षामित्र संविदा शिक्षक के रूप में कार्यरत थे: हिमांशु राणा
- उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत अंशकालिक अनुदेशकों के पुन: अनुबन्ध के सम्बन्ध में आदेश जारी
और हर जगह अपनी जीत दर्ज करते हुए
टेट संघर्ष मोर्चा ने
सर्वोच्च न्यायालय में एक
बार फिर से अपनी सर्वश्रेष्ठतम जीत दर्ज की
है
जो आने वाली युवा पीढ़ियों के लिए एक
नज़ीर एक आदर्श एक मोरल होगा कि यदि
इरादे बुलंद हो और आप कानूनी रूप से सही हो तो
आप मजबूत सरकार और सत्तासीन पार्टियों को भी
धूल चटाकर अपना अधिकार प्राप्त कर
सकते है।
----------------------------------------------------------- साथियों हम मुकदमा जीत चुके है
इतिहास लिखा जा रहा है
21 जून तक ऑर्डर आ जायेगा इसकी
पूर्ण संभावना है।
आदेश इसके 2-4 दिन पहले भी आ सकता
है लेकिन 21 जून से ज्यादा लेट नही होना
चाहिए।
एक एक टेट पास को नौकरी मिलने
जा रही है।
82 अंक तक सभी के घर रौशन होंगे
जो भी टेट 2011 पास है और उसने
2011 के विज्ञापन में आवेदन किया
है उनको जॉब मिल चुकी है।
आदेश आने तक प्रतीक्षा कर लें।
आदेश कम से कम 350 पेज का
होगा।
जिसका सबसे रोचक विषय होगा
●●●●●●●●●●●●●●●●●●●
///पंचायती राज व्यवस्था///
जिसका वर्णन
पूरी दुनिया मे विख्यात
भारतीय न्याय जगत की चौखट पर
सबसे कम उम्र में कदम रखने वाले
बहुचर्चित एवं विवादित अधिवक्ता श्री रामजेठमलानी ने जज को परधान की पॉवर को बताने के लिए किया है
की परधान को बहुत पॉवर है आपको क्या पता
जज साहब ??????????????
तो---
सुप्रीम कोर्ट एक काम जरूर करती है कि
अगर किसी भी केस में विवादों से चोली-दामन
का साथ रखने वाले रामजेठमलानी साहब ने
बहस की है तो उनकी एक एक दलील को
एक एक तर्क को कोर्ट अपने आदेश में मेंशन जरूर करती है अतः कम
से कम 50-60 पेज तो रामजेठमलानी का पंचायतीराज
ही खा जाएगा।
रामजेठमलानी ने sm को बचाने के लिए पंचायतीराज
व्यवस्था का वर्णन करके कोर्ट को ये दलील देनी चाही थी
की पंचायतीराज व्यवस्था ग्रामप्रधानों को bsa जितना ही
अधिकार देती है और प्रधानों ने अपने इसी अधिकार का
प्रयोग करके sm को सहायक अध्यापक बनाया है अतः
ये सही है संवैधानिक है अतः इनको हटाना पंचायतीराज व्यवस्था की मूल भावना का उल्लंघन है।
ग्रामप्रधान के अधिकारों और शक्तियों पर बट्टा लगाने जैसा है।
आप बट्टा न लगाइए जज साहब
नही तो अनर्थ हो जाएगा ।
सहायक अध्यापकों की नियुक्ति में bsa और परधान सब
बराबर का ही हक रखते है।
और फिर रामजेठमलानी साहब ने पंचायतीराज व्यवस्था का इतना बढ़िया वर्णन किया है इतनी नई नई बाते बताई है कि जो अभी पंचायतीराज व्यवस्था की किताब में लिखी
ही नही गयी है।
उनकी दलीलें इतनी रोचक है जो की हमारे अंतिम आदेश में लिख कर आयेंगी कि उसको मेंशन करके पंचायतीराज व्यवस्था पर एक नई किताब लिखी जा सकती है।
जब कि इन बातों का sm समायोजन से कोई प्रत्यक्ष विधिक ताल्लुक ही न था अतः जज साहब सुनने से
ज्यादा मुस्कराए।
इतने बड़े कलाकार है हमारे जेठ-मालानी
साहब।●●●●●●●●●●●●●●●●●●●
-------------------------------------------
देखिये न्यायालय की स्थापना विवादों को
सुलझाते हुए जादा से जादा लोगो को लाभान्वित करने
के लिए हुई है।
कोर्ट ने वही किया है actually हमारी भर्ती में
इतने पेंच थे कि इसे पूर्ण संवैधानिक एवम कानूनी तरीके से
सुलझाया ही
नही जा सकता था अतः इसे मेरिट के आधार पर
निर्णीत किया गया है।
मेरिट का अर्थ है कोर्ट में जितने भी पक्ष मौजूद है
उनमे इन पदों के लिए सबसे उपयुक्त कौन है ???
अतः कोर्ट ने पूरी सुनवाई के दौरान बस ये-ये
Recognize करने की कोशिश की है कि------------------!
@ ऐसे कुल कितने विवादित पद है जिस पर अयोग्य
लोगो का चयन किया गया है ??????
@ इसके अतिरिक्त उ0प्र0 में और कितने पद है जो रिक्त है जिसको स्टेट स्वीकार कर रहा है ??????
@ इन पदों पर अपना दावा पेश करने वाले कुल दावेदारों(बीएड टेट 2011 पास, btc टेट पास एवं अन्य) की संख्या कितनी है ??????
@ इन समस्त दावेदारों में वे कौन से आवेदक है जिनकी मेरिट यानी योग्यता सबसे ज्यादा है एवं जिनकी दावेदारी
इन रिक्त पदों पर सबसे ज्यादा बन रही है।
@प्राइमरी टीचर बनने की मिनिमम अर्हताएं/
मिनिमम योग्यताएं क्या है ???????
According to NCTE guideline
&
According to 1981 basic
education service rules
--------------------------------------------------------------------
और कोर्ट में मौजूद उन तमाम दावेदारों में वे कौन से
असली दावेदार है जो-
Ncte गाइडलाइन के समस्त मानकों को पूरा करते है।
1981 बेसिक शिक्षा सेवा नियमावली के प्रावधानों के तहत पूर्ण पात्रता रखते है।
प्राइमरी अध्यापक बनने की सारी योग्यताओ सारी
अर्हताओं को पूर्ण करते है।
कौन मेरिट में श्रेष्ठ है ??????
तो कोर्ट ने recognize किया वे है---सभी टेट पास
ध्यान रखिये-----सिर्फ याची ही नही हर टेट 2011 पास
सिर्फ बीएड ही नही btc के भी टेटपास
सिर्फ प्राइमरी ही नही जूनियर में भी टेट पास कही भी टेट पास हो बस आप मिनिमम अर्हता यानी
टेट पास विथ 82 मार्क्स रखते हो तो ये नौकरी आप को मिल चुकी है यही इस ऐतिहासिक टेट विवाद का अंतिम एवम बेहद सुखद सत्य है।
भर्ती आर0 टी0 ई0 एक्ट के मानकों के तहत
(30 छात्रों पर 1 टीचर )रिक्त पदों के सापेक्ष की जाएगी।
और चूँकि रिक्त पद आवेदकों से तीन गुना जादा
खाली है और कोर्ट सभी 82 अंक के टेट पास को योग्य मान रही है अतः सभी टेट 2011 पास की नियुक्ति होगी।
सुन लो--------
जनरल ऑर्डर आएगा ■ सभी टेट पास रिक्त पदों के योग्य ■
अतः सभी टेट 2011 पास को ये नौकरी मिलेगी
जो याची बना है उसको भी
जो याची नही बना है उसको भी
बस वो नए या पुराने किसी भी विज्ञापन में बस
आवेदक हो।
या अगर आवेदन न कर पाया हो तो बस कही भी
किसी की भी ia में याची बन गया हो।
- सुप्रीम कोर्ट के आने वाले निर्णय के परिपेक्ष्य में बीएड/टेट उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के लीडर मयंक तिवारी की पोस्ट
- जजमेंट पूर्वानुमान: जजमेंट आने के उपरान्त नियुक्ति के व्यापक अवसर ! BY दुर्गेश प्रताप सिंह!
- 25 अगस्त 2010 से पूर्व शिक्षामित्र संविदा शिक्षक के रूप में कार्यरत थे: हिमांशु राणा
- उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत अंशकालिक अनुदेशकों के पुन: अनुबन्ध के सम्बन्ध में आदेश जारी
- UPTET 72825 का आर्डर आने के पहले cause लिस्ट आएगा सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर और .....
- RTE के तहत नियुक्त किए जाएंगे शिक्षक, खत्म होने अनावश्यक शिक्षकों के पद
- UPTET : अगर अचयनितों को जॉब नहीं मिलती तो फिर से संविधान पीठ में अपील
- बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में 36 मुद्दों पर होगी चर्चा
- प्राइमरी शिक्षकों के तबादले इसी हफ्ते, विभाग ने शासन को भेजा प्रस्ताव
- सहायक अध्यापकों की भर्ती अवशेष सीटों पर नियुक्तियां फिर शुरू कराने को निदेशालय में धरना
- HATHRAS की टेट 2011 भर्ती का नवीनतम कट ऑफ
- सीतापुर की टेट 2011 भर्ती का नवीनतम कट ऑफ
- हिमांशु राणा ने भारत सरकार के एमएचआरडी मंत्रालय से सूचना के अधिकार अधिनियम - 2005 के तहत कुछ प्रश्न पूछे थे
- सुप्रीम कोर्ट से वेकेशन बेंच का आडर आ सकता है , तब अंदाजा लगाइये ????
- सुप्रीम कोर्ट का फाइनल संभावित आर्डर : 172000 शिक्षामित्रों, 99000 अकैडमिक, 72000 टी ई टी मेरिट सबको समाप्त करके खुली प्रतियोगिता की संभावना
- बेसिक शिक्षा में 9700 सहायक अध्यापकों की भर्ती शुरू - अंतिम तिथी : 20 नवंबर 2017
- B.ed. qualified candidates would never be allowed by NCTE
- हाइकोर्ट का विनिश्चय यथावत रहेगा , शिक्षामित्र मामले पर आगामी फैसले का संभावित सारांश ....
- शिक्षामित्रो की जीत का रहस्य : शिक्षामित्रों के संदर्भ NCTE ACT & RTE ACT मुख्य विवादित बिंदु
- 5 लाख टीईटी की अर्हता खत्म, बेरोजगारों की खड़ी फौज के लिए अब कोई विकल्प नहीं
- शिक्षामित्रों की मानवता के आधार पर अगर ट्रेनिंग बचती है तो टेट देना होगा : हिमांशु राणा
- सर्वोच्च न्यायालय से 2011 विज्ञापन में कोई फेरबदल होना असंभव , आदेश पर ही सब कुछ होगा स्पष्ट
- Breaking : शिक्षक नेताओं ने उपमुख्यमंत्री को मांगपत्र सौंपा, मिला आश्वासन
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines