इलाहाबाद 1उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग उप्र के अध्यक्ष प्रभात मित्तल भी पद छोड़ने जा रहे हैं। भाजपा सरकार के आयोग का विलय कराने की दिशा में तेजी से बढ़ने के बाद मित्तल गुरुवार को ही इस्तीफा दे सकते हैं।
बोले, अब पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं है, उन्हें लखनऊ से जाकर इलाहाबाद में कामकाज करने में वैसे भी परेशानी हो रही थी। संभव है कि गुरुवार को ही त्यागपत्र दे देंगे। इस कदम से अशासकीय महाविद्यालयों की असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती प्रक्रिया अधर में अटक गई है।1पूर्व आइएएस व सचिवालय प्रशासन के सचिव पद से रिटायर हुए प्रभात मित्तल को सपा सरकार में उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग उप्र का अध्यक्ष चयनित किया गया था। 27 अप्रैल 2016 को यहां कार्यभार ग्रहण करने के दौरान उन्हें भी विषय परिस्थितियों से जूझना पड़ा। अशासकीय महाविद्यालयों में 1652 पदों की असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती की लिखित परीक्षा हो चुकी थी, लेकिन उत्तर पुस्तिकाओं की स्क्रीनिंग में तमाम सादी कॉपियां मिलने व अन्य गंभीर प्रकरण उछलने से रिजल्ट व साक्षात्कार रुका था। साथ ही आयोग में सदस्य भी तय पदों के सापेक्ष नहीं थे। ज्ञात हो कि आयोग के पूर्व अध्यक्ष लाल बिहारी पांडेय व कुछ अन्य सदस्यों की नियुक्ति हाईकोर्ट ने रद कर दी थी और आयोग के बर्खास्त उप सचिव संजय सिंह का प्रकरण न्यायालय में लंबित था। मित्तल ने कार्यालय में कामकाज के साथ ही अभ्यर्थियों को सूचना देने का तंत्र बदला। आयोग की नई वेबसाइट बनाई गई और फिर एक-एक करके लिखित परीक्षा के रिजल्ट जारी हुए। असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में 34 विषयों में करीब 770 अभ्यर्थियों का चयन करके उन्होंने शासन को सूची सौंपी। 1तमाम रिजल्ट पर आपत्ति हुई और साक्षात्कार इकलौते सदस्य के लेने पर विवाद भी उठे। बीते 23 मार्च को शासन के निर्देश का संज्ञान लेकर उन्होंने साक्षात्कार रोक दिया, तब से नौ विषयों का इंटरव्यू अधर में है। इसी बीच शीर्ष कोर्ट के निर्देश पर असिस्टेंट प्रोफेसर के 1150 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन भी लिए गए। आयोग का विलय होने पर उन्होंने पद से किनारा करने का मन बना लिया है। मित्तल ने बताया कि संभव है कि कल ही वह त्यागपत्र दे देंगे। बोले कि वह इलाहाबाद का आवास खाली कर चुके हैं अब सिर्फ इस्तीफे की औपचारिकता ही शेष रह गई है। 1चयन बोर्ड नहीं जारी करेगा रिजल्ट : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र अब 2011 की लिखित परीक्षा में प्रवक्ता या फिर स्नातक शिक्षक का कोई भी रिजल्ट जारी नहीं करेगा। चयन बोर्ड अध्यक्ष ने बुधवार को कुछ अभ्यर्थियों को बताया कि वह आठ अगस्त को इस्तीफा देंगे। अब चयन बोर्ड से कोई परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया जाएगा।’>>उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग उप्र में विलय की तैयारी पर कामकाज ठप1’>>इलाहाबाद का आवास किया खाली, असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती फंसी
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
बोले, अब पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं है, उन्हें लखनऊ से जाकर इलाहाबाद में कामकाज करने में वैसे भी परेशानी हो रही थी। संभव है कि गुरुवार को ही त्यागपत्र दे देंगे। इस कदम से अशासकीय महाविद्यालयों की असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती प्रक्रिया अधर में अटक गई है।1पूर्व आइएएस व सचिवालय प्रशासन के सचिव पद से रिटायर हुए प्रभात मित्तल को सपा सरकार में उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग उप्र का अध्यक्ष चयनित किया गया था। 27 अप्रैल 2016 को यहां कार्यभार ग्रहण करने के दौरान उन्हें भी विषय परिस्थितियों से जूझना पड़ा। अशासकीय महाविद्यालयों में 1652 पदों की असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती की लिखित परीक्षा हो चुकी थी, लेकिन उत्तर पुस्तिकाओं की स्क्रीनिंग में तमाम सादी कॉपियां मिलने व अन्य गंभीर प्रकरण उछलने से रिजल्ट व साक्षात्कार रुका था। साथ ही आयोग में सदस्य भी तय पदों के सापेक्ष नहीं थे। ज्ञात हो कि आयोग के पूर्व अध्यक्ष लाल बिहारी पांडेय व कुछ अन्य सदस्यों की नियुक्ति हाईकोर्ट ने रद कर दी थी और आयोग के बर्खास्त उप सचिव संजय सिंह का प्रकरण न्यायालय में लंबित था। मित्तल ने कार्यालय में कामकाज के साथ ही अभ्यर्थियों को सूचना देने का तंत्र बदला। आयोग की नई वेबसाइट बनाई गई और फिर एक-एक करके लिखित परीक्षा के रिजल्ट जारी हुए। असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में 34 विषयों में करीब 770 अभ्यर्थियों का चयन करके उन्होंने शासन को सूची सौंपी। 1तमाम रिजल्ट पर आपत्ति हुई और साक्षात्कार इकलौते सदस्य के लेने पर विवाद भी उठे। बीते 23 मार्च को शासन के निर्देश का संज्ञान लेकर उन्होंने साक्षात्कार रोक दिया, तब से नौ विषयों का इंटरव्यू अधर में है। इसी बीच शीर्ष कोर्ट के निर्देश पर असिस्टेंट प्रोफेसर के 1150 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन भी लिए गए। आयोग का विलय होने पर उन्होंने पद से किनारा करने का मन बना लिया है। मित्तल ने बताया कि संभव है कि कल ही वह त्यागपत्र दे देंगे। बोले कि वह इलाहाबाद का आवास खाली कर चुके हैं अब सिर्फ इस्तीफे की औपचारिकता ही शेष रह गई है। 1चयन बोर्ड नहीं जारी करेगा रिजल्ट : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र अब 2011 की लिखित परीक्षा में प्रवक्ता या फिर स्नातक शिक्षक का कोई भी रिजल्ट जारी नहीं करेगा। चयन बोर्ड अध्यक्ष ने बुधवार को कुछ अभ्यर्थियों को बताया कि वह आठ अगस्त को इस्तीफा देंगे। अब चयन बोर्ड से कोई परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया जाएगा।’>>उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग उप्र में विलय की तैयारी पर कामकाज ठप1’>>इलाहाबाद का आवास किया खाली, असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती फंसी
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines