बेसिक शिक्षा के 15 शिक्षक बर्खास्त, सत्यापन में अभिलेख मिले फर्जी

गोंडा. बेसिक शिक्षा विभाग में हाईकोर्ट के निर्देश पर हुई जांच में फर्जी अभिलेख के जरिये नौकरी हथियाने में सफल रहे 15 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया। इनमें दो ऐसे शिक्षक हंै, जिनकी तैनाती गोंडा व फिरोजाबाद दो जनपदों में है और दोनों शिक्षक दोनों जनपदों से वेतन भी ले रहे थे।
आधार कार्ड लिंक होने के बाद इस सनसनीखेज फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। मामला सामने आने के बाद बीएसए ने जालसाज शिक्षकों की सेवा समाप्त करते हुए संबंधित खंड शिक्षाधिकारी को प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग में 27 अगस्त 2016 को जिला चयन समिति द्वारा जिले के विभिन्न विकास खंडों में तैनाती दी गई। तैनाती के वक्त भी याचिका कर्ताओ द्वारा फर्जी अभिलेख पर नियुक्ति होने का आरोप लगाया गया था, लेकिन विभाग द्वारा कार्रवाई न किए जाने पर स्वाति उत्तम सहित अन्य याचिकाकताओं द्वारा हाईकोर्ट लखनऊ बेंच में याचिका दायर की गई, जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने जांच कर रिपोर्ट देने को कहा। तत्कालीन बेसिक शिक्षाधिकारी ने तीन सदस्यीय जांच समिति बनाकर रिपोर्ट देने को कहा। जांच रिपोर्ट में अभिलेखों के फर्जी पाए जाने तथा दो अध्यापकों द्वारा कूट रचित अभिलेख के जरिए दो जगह तैनाती ले ली गई थी और दोनों जगहों से वेतन का आहरण किया जा रहा था। आधार कार्ड लिंक होने के बाद मामला प्रकाश में आने के बाद सचिव बेसिक शिक्षा परिषद के निर्देश पर तैनाती के दौरान लिए गए वेतन को तत्काल राजस्व कोष में जमा कराने के निर्देश दिए गए। राशि जमा न कराने की स्थिति में राजस्व की भांति वसूली किए जाने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
इनको किया गया बर्खास्त
मनोज कुमार सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय टेंगनहवा बभनजोत, चन्द्रकांत प्राथमिक विद्यालय चांदपुर माझा परसपुर, वैभव यादव मल्लाहन पुरवा कर्नेलगंज, शिव कुमार शर्मा विशुनपुर कला परसपुर, संदीप कुमार वर्मा उर्दीगोड़ा कटरा बाजार, देवेश चन्द्र वर्मा महापारा कटरा बाजार, राघवेन्द्र कुमार वर्मा पिपरी माझा कटरा बाजार, शुकान्त यादव पूरे अहलाद बेलसर, दीपक वर्मा उड़ीला कटरा बाजार, आशीष कुमार राजगढ़ अमीनपुर इटियाथोक, वेद प्रकाश पूरे मुसद्दी इटियाथोक, सुबोध कुमार पूरे चैहान टेपरा बेलसर, अशोक कुमार डढौवा कुतुबजोत बभनजोत, चन्दन यादव सरैया प्रथम कर्नेलगंज, जीतेन्द्र कुमार पिसइया कटरा बाजार।
प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश

बेसिक शिक्षाधिकारी संतोष कुमार देव पांडेय ने बताया कि जांच में अभिलेख फर्जी पाए जाने के बाद शिक्षकों को अपना पक्ष रखने के लिए कई बार नोटिस जारी किया गया, लेकिन अंत तक इन शिक्षकों ने अपना पक्ष नही रखा, जिसके बाद 15 अध्यापकों की सेवा समाप्त कर दी गई है तथा खण्ड शिक्षाधिकारियों को प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।
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