समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमण्डल ने आज उत्तर प्रदेश के राज्यपाल महामहिम राम नाईक को ज्ञापन देकर शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर बर्बर लाठीचार्ज और उनसे
पुलिस द्वारा किए गए दुव्र्यवहार के सम्बंध में ज्ञापन देकर दमनकारी पुलिस कर्मियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई करने, गिरफ्तार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की रिहाई उनपर लगे मुकदमों की वापसी, गंभीर रूप से घायलों के उपचार की व्यवस्था तथा घायल कार्यकत्रियों को 2-2 लाख तथा गंभीर रूप से घायलों को 5-5 लाख रूपए मुआवजा दिये जाने की मांग की।
ज्ञापन में कहा गया है कि इस दुःखद घटना के कारण पूरे प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां आंदोलित हैं तथा बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। राज्यपाल महोदय से महिलाओं पर दमनकारी कार्यवाही रोकने हेतु प्रभावी आदेश निर्गत करने की अपेक्षा की गई है।
राज्यपाल महोदय के संज्ञान में यह तथ्य भी लाया गया कि जबसे भाजपा सरकार सत्ता में आई है तभी से विगत 7 माह में चाहे शिक्षामित्र हों, रोजगार सेवक, दिव्यांग, वित्त विहीन शिक्षक, अनुदेशक, तथा बीपीएड छात्र सभी का लखनऊ आने पर उत्पीड़न किया गया है। इन वर्गों के साथ हमेशा भाजपा सरकार ने अन्याय किया है। लोकतंत्र में अहिंसक प्रदर्शनकारियों के साथ यह व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण है।
समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमण्डल में नेता विरोधी दल विधानसभा रामगोविन्द चौधरी, नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद अहमद हसन, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी, तथा डॉ असीम यादव एवं डॉ राजपाल कश्यप, (एमएलसी) शामिल थे।
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पुलिस द्वारा किए गए दुव्र्यवहार के सम्बंध में ज्ञापन देकर दमनकारी पुलिस कर्मियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई करने, गिरफ्तार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की रिहाई उनपर लगे मुकदमों की वापसी, गंभीर रूप से घायलों के उपचार की व्यवस्था तथा घायल कार्यकत्रियों को 2-2 लाख तथा गंभीर रूप से घायलों को 5-5 लाख रूपए मुआवजा दिये जाने की मांग की।
ज्ञापन में कहा गया है कि इस दुःखद घटना के कारण पूरे प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां आंदोलित हैं तथा बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। राज्यपाल महोदय से महिलाओं पर दमनकारी कार्यवाही रोकने हेतु प्रभावी आदेश निर्गत करने की अपेक्षा की गई है।
राज्यपाल महोदय के संज्ञान में यह तथ्य भी लाया गया कि जबसे भाजपा सरकार सत्ता में आई है तभी से विगत 7 माह में चाहे शिक्षामित्र हों, रोजगार सेवक, दिव्यांग, वित्त विहीन शिक्षक, अनुदेशक, तथा बीपीएड छात्र सभी का लखनऊ आने पर उत्पीड़न किया गया है। इन वर्गों के साथ हमेशा भाजपा सरकार ने अन्याय किया है। लोकतंत्र में अहिंसक प्रदर्शनकारियों के साथ यह व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण है।
समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमण्डल में नेता विरोधी दल विधानसभा रामगोविन्द चौधरी, नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद अहमद हसन, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी, तथा डॉ असीम यादव एवं डॉ राजपाल कश्यप, (एमएलसी) शामिल थे।
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