फर्रुखाबाद : शिक्षक पद पर समायोजन रद होने के बाद 36 हजार रुपये वेतन पाने वाले शिक्षा मित्र 10 हजार रुपये मानदेय पर आ गए। शासन से मानदेय भुगतान के लिए ग्रांट भी एक सप्ताह पहले आ गई, लेकिन खंड शिक्षा अधिकारियों की लेट लतीफी से दीपावली पर उन्हें मानदेय नसीब नहीं हो पाया।
जनपद में 1692 शिक्षा मित्र कार्यरत हैं। समायोजित शिक्षा मित्रों को समायोजन रद होने के बाद 25 जुलाई से 10 हजार रुपये माह मानदेय भुगतान को लगभग तीन करोड़ रुपये ग्रांट आई थी। लेकिन खंड शिक्षा अधिकारियों ने मानदेय बिल प्रस्तुत नहीं किए। इसके चलते दीपावली पर्व पर शिक्षा मित्रों को मानदेय नहीं मिल पाया।
इंटरमीडिएट उत्तीर्ण शिक्षा मित्रों के लिए 3500 रुपये माह के हिसाब से पूर्व निर्धारित मानदेय के हिसाब से बिल जमा किए गए। जबकि अब इन्हें भी दस हजार रुपये माह के हिसाब से ही मानदेय दिया जाना है। सर्व शिक्षा अभियान के सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी राजीव मिश्रा का कहना है कि यदि खंड शिक्षा अधिकारियों से समय पर बिल प्राप्त हो जाते तो भुगतान कार्रवाई कर दी जाती।
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इंटरमीडिएट उत्तीर्ण शिक्षा मित्रों के लिए 3500 रुपये माह के हिसाब से पूर्व निर्धारित मानदेय के हिसाब से बिल जमा किए गए। जबकि अब इन्हें भी दस हजार रुपये माह के हिसाब से ही मानदेय दिया जाना है। सर्व शिक्षा अभियान के सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी राजीव मिश्रा का कहना है कि यदि खंड शिक्षा अधिकारियों से समय पर बिल प्राप्त हो जाते तो भुगतान कार्रवाई कर दी जाती।
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