पटना। शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले स्कूल भी अब कुछ शिक्षक के वजह से बदनाम होने लगे हैं। विद्या के मंदिर में ज्ञान के गुरु माने जाने वाले शिक्षकों ने अपनी गंदी हरकतों से विद्यालय के माहौल को दूषित कर दिया है।
वे मौका मिलते ही शिक्षिका के साथ-साथ छात्रा को अपनी हवस का शिकार बनाते हुए पवित्र रिश्ते को कलंकित कर देते हैं। कुछ इसी तरह का मामला बिहार के सीतामढ़ी जिले में प्रकाश में आया है जहां DAV पब्लिक स्कूल में पढ़ाने वाली एक शिक्षिका के साथ स्कूल के ही प्राचार्य ने धोखे से कार्यालय में बुलाया और दरवाजा बंद कर जबरदस्ती करने की कोशिश करने लगा। प्राचार्य के इस करतूत को देख शिक्षिका जोर-जोर से चिल्लाने लगी जिसके बाद किसी तरह वह प्राचार्य के चंगुल से बाहर निकली और स्कूल के छात्रों के साथ-साथ शिक्षक को इस बात की जानकारी दी। जिसके बाद छात्र और अन्य शिक्षक ने मिलकर प्रिंसिपल की जमकर पिटाई कर दी। मामले की जानकारी देते हुए नजदीकी पुलिस को मौके पर बुलाया जिसके बाद शिक्षिका की लिखित शिकायत के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर आगे की कार्रवाई करने में लगी हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार मामला बिहार के सीतामढ़ी जिले का है जहां जिला मुख्यालय से सटे भीसा रोड स्थित एनएस डीएवी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य वीरेंद्र ठाकुर और शिक्षक राजकरण ठाकुर को शिक्षिका के साथ छेड़खानी करने के आरोप में डुमरा थाना पुलिस ने हिरासत में ले लिया। डुमरा थाना क्षेत्र की रहने वाली शिक्षिका ने पुलिस को लिखित शिकायत देते हुए यह आरोप लगाया कि पिछले 15 साल से मैं DAV में शिक्षिका के पद पर कार्यरत हूं। इधर दो-तीन महीने से स्कूल का प्राचार्य गंदी निगाह रखता था। कई बार उसने हमारे साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की पर वह सफल नहीं हो पाया। लेकिन आज जब हम अपने क्लास रूम में थे, उसी वक्त माइक से अनाउंस कर प्राचार्य ने हमें अपने कक्ष में बुलाया। जब वह प्राचार्य के कक्ष में गई, तो वहां प्राचार्य के साथ शिक्षक राजकरण ठाकुर भी बैठे थे। जैसे ही हम उनके कार्यालय में पहुंचे राजकरण दरवाजा बंद कर दिया और प्रिंसिपल जबरदस्ती हाथ पकड़ कर अश्लील बातें करते हुए दुष्कर्म करने की कोशिश करने लगे। अपने आप को पूरी तरह शिक्षक के चंगुल में फंसा देख हमने जोर-जोर से चिल्लाना शुरु कर दिया जिसके बाद शिक्षक ने धमकी देते हुए मुझे कार्यालय से बाहर भेज दिया लेकिन इस बात की जानकारी स्कूल के अन्य शिक्षक और छात्रों को हो चुकी थी जिसके बाद सभी हंगामा करने लगे और मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनो को गिरफ्तार कर लिया। वहीं शिक्षिका के द्वारा दिए गए लिखित शिकायत में बतौर गवाह डीएवी के शिक्षक व शिक्षिका रेखा गुप्ता, अभिलाषा कुमारी, प्रीति वर्मा, पुनीता, सीमा कुमारी, प्रिया, कंचन कुमारी पांडेय, मंदिरा कुमारी, अपराजिता कुमारी, अमित कुमार श्रीवास्तव व ब्रजेश कुमार भी हैं।
वहीं मामले की जानकारी देते हुए सदर डीएसपी कुमार वीर धीरेंद्र ने बताया कि स्कूल में छात्र और शिक्षकों के हंगामे के बाद प्रिंसिपल तथा शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल मामले की जांच पड़ताल की जा रही है और जांच के बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। तो अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए प्रिंसिपल का कहना है कि वह पठन-पाठन को व्यवस्थित करने के लिए शिक्षक व शिक्षिकाओं को अनुशासित कर रहे थे। इसी के वजह से योजनाबद्ध तरीके से हमें फंसाया गया हैं।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
वे मौका मिलते ही शिक्षिका के साथ-साथ छात्रा को अपनी हवस का शिकार बनाते हुए पवित्र रिश्ते को कलंकित कर देते हैं। कुछ इसी तरह का मामला बिहार के सीतामढ़ी जिले में प्रकाश में आया है जहां DAV पब्लिक स्कूल में पढ़ाने वाली एक शिक्षिका के साथ स्कूल के ही प्राचार्य ने धोखे से कार्यालय में बुलाया और दरवाजा बंद कर जबरदस्ती करने की कोशिश करने लगा। प्राचार्य के इस करतूत को देख शिक्षिका जोर-जोर से चिल्लाने लगी जिसके बाद किसी तरह वह प्राचार्य के चंगुल से बाहर निकली और स्कूल के छात्रों के साथ-साथ शिक्षक को इस बात की जानकारी दी। जिसके बाद छात्र और अन्य शिक्षक ने मिलकर प्रिंसिपल की जमकर पिटाई कर दी। मामले की जानकारी देते हुए नजदीकी पुलिस को मौके पर बुलाया जिसके बाद शिक्षिका की लिखित शिकायत के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर आगे की कार्रवाई करने में लगी हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार मामला बिहार के सीतामढ़ी जिले का है जहां जिला मुख्यालय से सटे भीसा रोड स्थित एनएस डीएवी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य वीरेंद्र ठाकुर और शिक्षक राजकरण ठाकुर को शिक्षिका के साथ छेड़खानी करने के आरोप में डुमरा थाना पुलिस ने हिरासत में ले लिया। डुमरा थाना क्षेत्र की रहने वाली शिक्षिका ने पुलिस को लिखित शिकायत देते हुए यह आरोप लगाया कि पिछले 15 साल से मैं DAV में शिक्षिका के पद पर कार्यरत हूं। इधर दो-तीन महीने से स्कूल का प्राचार्य गंदी निगाह रखता था। कई बार उसने हमारे साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की पर वह सफल नहीं हो पाया। लेकिन आज जब हम अपने क्लास रूम में थे, उसी वक्त माइक से अनाउंस कर प्राचार्य ने हमें अपने कक्ष में बुलाया। जब वह प्राचार्य के कक्ष में गई, तो वहां प्राचार्य के साथ शिक्षक राजकरण ठाकुर भी बैठे थे। जैसे ही हम उनके कार्यालय में पहुंचे राजकरण दरवाजा बंद कर दिया और प्रिंसिपल जबरदस्ती हाथ पकड़ कर अश्लील बातें करते हुए दुष्कर्म करने की कोशिश करने लगे। अपने आप को पूरी तरह शिक्षक के चंगुल में फंसा देख हमने जोर-जोर से चिल्लाना शुरु कर दिया जिसके बाद शिक्षक ने धमकी देते हुए मुझे कार्यालय से बाहर भेज दिया लेकिन इस बात की जानकारी स्कूल के अन्य शिक्षक और छात्रों को हो चुकी थी जिसके बाद सभी हंगामा करने लगे और मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनो को गिरफ्तार कर लिया। वहीं शिक्षिका के द्वारा दिए गए लिखित शिकायत में बतौर गवाह डीएवी के शिक्षक व शिक्षिका रेखा गुप्ता, अभिलाषा कुमारी, प्रीति वर्मा, पुनीता, सीमा कुमारी, प्रिया, कंचन कुमारी पांडेय, मंदिरा कुमारी, अपराजिता कुमारी, अमित कुमार श्रीवास्तव व ब्रजेश कुमार भी हैं।
वहीं मामले की जानकारी देते हुए सदर डीएसपी कुमार वीर धीरेंद्र ने बताया कि स्कूल में छात्र और शिक्षकों के हंगामे के बाद प्रिंसिपल तथा शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल मामले की जांच पड़ताल की जा रही है और जांच के बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। तो अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए प्रिंसिपल का कहना है कि वह पठन-पाठन को व्यवस्थित करने के लिए शिक्षक व शिक्षिकाओं को अनुशासित कर रहे थे। इसी के वजह से योजनाबद्ध तरीके से हमें फंसाया गया हैं।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
0 Comments