इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 542 पदों पर भर्ती होनी है। इसके लिए आवेदन मांगे गए थे। विश्वविद्यालय को करीब 25 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं पर अभी तक साक्षात्कार नहीं शुरू किया जा सका है।
ऐसे में आगामी सत्र में भी अतिथि प्रवक्ताओं की नियुक्ति करना विवि की मजबूरी होगी। ऐसे में नए शैक्षिक सत्र में भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों का टोटा बना रहेगा। 112 जुलाई 2013 को 16 विभागों के लिए 56 शिक्षकों का चयन किया गया था। इनमें प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और कई असिस्टेंट प्रोफेसर शामिल हैं। इसके बाद कतिपय कारणों से चयन समिति रोक दी गई थी। पिछली कार्यसमिति की बैठक में भी यह मुद्दा उठा था। विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों ने दावा किया था कि नए शैक्षिक सत्र के शुरू होने से पूर्व ही सभी विभागों के 542 शिक्षकों का चयन कर लिया जाएगा। हालांकि ऐसा नहीं हो सका। विश्वविद्यालय ने फिर से 21 अक्टूबर 2017 से चयन समिति का आयोजन करने का फैसला किया। 21 अक्टूबर से रक्षा अध्ययन विभाग में व 22 अक्टूबर को अर्थ एवं प्लेनेटरी साइंस में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए साक्षात्कार कार्यक्रम घोषित किया गया था। विजिटर के नॉमिनी के पैनल के सदस्यों में से किसी के भी उपलब्ध न हो पाने के कारण विश्वविद्यालय को साक्षात्कार स्थगित करना पड़ा। तब से अब तक साक्षात्कार कब होंगे इसकी कोई आधिकारिक सूचना अभ्यर्थियों को विश्वविद्यालय नहीं दे सका है। ऐसे में नया सत्र शुरू होने से पहले अतिथि प्रवक्ताओं की नियुक्ति करना विश्वविद्यालय की मजबूरी है। वर्तमान में विश्वविद्यालय में करीब 300 शिक्षक ही बचे हैं। कई विभाग ऐसे भी हैं जिनमें सिर्फ एक-दो शिक्षक ही तैनात हैं।’>>इविवि में 542 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में देरी से पैदा हुए हालात1’>>विश्वविद्यालय में 300 के लगभग शिक्षक ही कार्यरत
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ऐसे में आगामी सत्र में भी अतिथि प्रवक्ताओं की नियुक्ति करना विवि की मजबूरी होगी। ऐसे में नए शैक्षिक सत्र में भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों का टोटा बना रहेगा। 112 जुलाई 2013 को 16 विभागों के लिए 56 शिक्षकों का चयन किया गया था। इनमें प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और कई असिस्टेंट प्रोफेसर शामिल हैं। इसके बाद कतिपय कारणों से चयन समिति रोक दी गई थी। पिछली कार्यसमिति की बैठक में भी यह मुद्दा उठा था। विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों ने दावा किया था कि नए शैक्षिक सत्र के शुरू होने से पूर्व ही सभी विभागों के 542 शिक्षकों का चयन कर लिया जाएगा। हालांकि ऐसा नहीं हो सका। विश्वविद्यालय ने फिर से 21 अक्टूबर 2017 से चयन समिति का आयोजन करने का फैसला किया। 21 अक्टूबर से रक्षा अध्ययन विभाग में व 22 अक्टूबर को अर्थ एवं प्लेनेटरी साइंस में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए साक्षात्कार कार्यक्रम घोषित किया गया था। विजिटर के नॉमिनी के पैनल के सदस्यों में से किसी के भी उपलब्ध न हो पाने के कारण विश्वविद्यालय को साक्षात्कार स्थगित करना पड़ा। तब से अब तक साक्षात्कार कब होंगे इसकी कोई आधिकारिक सूचना अभ्यर्थियों को विश्वविद्यालय नहीं दे सका है। ऐसे में नया सत्र शुरू होने से पहले अतिथि प्रवक्ताओं की नियुक्ति करना विश्वविद्यालय की मजबूरी है। वर्तमान में विश्वविद्यालय में करीब 300 शिक्षक ही बचे हैं। कई विभाग ऐसे भी हैं जिनमें सिर्फ एक-दो शिक्षक ही तैनात हैं।’>>इविवि में 542 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में देरी से पैदा हुए हालात1’>>विश्वविद्यालय में 300 के लगभग शिक्षक ही कार्यरत
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